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<p>लेकिन अछि बात ये है के बिच बिच में मुझे पैसे भी देकर जाता है. जिससे मुझे ...
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<p>लेकिन अछि बात ये है के बिच बिच में मुझे पैसे भी देकर जाता है. जिससे मुझे ...
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<p>आप मेरी इस कहानी जिसमें मैंने लंड चूसा. पर अपने कमेंट जरूर भेजें.</p>
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<title>Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</title>
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<description>Read Hindi Sex Stories, Antarvasna Kahani, हिंदी सेक्स कहानियाँ</description>
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<title>Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</title>
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<title>बच्चो को पालने के लिए बॉस की रखेल बन गयी</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Mon, 14 Jul 2025 05:59:57 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[बॉस (Boss)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>मेरा नाम समीरा है. में ४२ साल की हु और दिल्ली में रहती हु. मेरा तलाक हो चूका है और मेरे दो बेटे है जो</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%ac%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ac%e0%a5%89%e0%a4%b8/">बच्चो को पालने के लिए बॉस की रखेल बन गयी</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>मेरा नाम समीरा है. में ४२ साल की हु और दिल्ली में रहती हु. मेरा तलाक हो चूका है और मेरे दो बेटे है जो अभी स्कूल में पड़ते है.</p>
<p>पति के सात तलाक होने के बाद से मेरी हार्थिक परिस्तितिया अछि नहीं थी. उसमे दिन ब दिन बढ़ते हुए खर्चो की वजसे पैसे की बचत करना नामुमकिन हो गया था.</p>
<p>इनसबमे एक अछि बात यहाँ थी के मुझे एक अश्चि जगह जॉब मिल गया था. जिस कंपनी में काम करती थी वो एक इम्पोर्ट एक्सपोर्ट की कंपनी थी. कंपनी से माल बाहर भेजा जाता था. मेरा काम अकाउंटेंट का था.</p>
<p>ऑफिस छोटा ही था, ज्यादा लोग नहीं थे. गिनकर ८ से ९ लोग होंगे. मेही एक औरत थी जो ऑफिस में पूरा दिन बैठे रहती थी. बाकि सरे आदमी थे. वो कामके सिलसिले आतेजाते रहते थे.</p>
<p>बॉस भी काफी बार ऑफिस से बाहर ही रहता था. उसका आना तय नहीं था. हफ्ते में ३ से ४ बार शामके वक्त आया करता था. इसवजसे मुझे काफी आराम मिलता था.</p>
<p>मुझे ऑफिस में आकर अभी ३ महीने ही हुए थे. बॉस से पहले पहले तो काफी अचे से बाते होती थी. हमेशा हस्ते हुए मुजसे बाते करता था. लेकिन जैसे जैसे दिन गुजरने लगे, मुझे एहसास हुआ की बॉस की मुझपे गन्दी नजर थी. वो मेरे मम्मो की तरफ देखता रहता था.</p>
<p>एक दिन बॉस ने मुझे बॉस ने अकाउंट के सरे पेपर लेकर आने कहा. में उसके केबिन में गई और सामने खुर्सी पर बैठी थी. बॉस सामने फ़ोन पे किसी से बात कर रहा था. बात करते करते वो मेरे आस पास घूमने लगा. काफी देर तक वो फ़ोन पे बात करते हुए आस पास ही घूम रहा था. में हात में पेपर लेकर बैठी थी. तभी मेरी नजर दाई और के लगे केबिन के काच पर पड़ी. मेने देखा बॉस मेरे पीछे घूमते हुए मेरे मम्मो के बिच की जगह में देख रहा है.</p>
<p>और देखते हुए अपने पेंट पर से लंड को सहला रहा है. उस दिन मेने कुर्ता पहना था जिसका गाला बड़ा था. इस वजसे मेरे मम्मो की बिच की दरार काफी खुलकर दिख रही थी. काफी देर तक बॉस मेरे आसपास ही घूमता रहा. फिर जाकर अपनी खुर्सी पे बैठ गया.</p>
<p>मुजसे अकाउंट की जानकारी पूछने लगा. में पेपर में देख उसे बता रही थी. लेकिन बॉस की नजर मेरे मम्मो को टकटकी लगाकर देख रही थी. वो मेरी तरफ कम और मेरे मम्मो को ज्यादा देख रहा था.</p>
<p>मेरी बात के बीचमे ही बॉस ने कहा, शायद मेरा पेन वह पीछे कही गिर गया है. क्या तुम उठाकर देदो गी. मेने पीछे मुद के देखा था सच में वह कोने में एक पेन पड़ा दिखाई दिया।</p>
<p>मुझे ये समझनेमें जरा भी वक्त नहीं लगा के ये बॉस ने जानबूझकर गिराया है. वो मुझे झुके हुए देखना चाहता है जिससे मेरी गांड पिछेसे उसे दिख जाये. में इस बात को समज गयी थी. लेकिन फिर भी उठकर गयी और जैसे बॉस की अपेक्षा थी वैसे ही मेने किया. में पेन लेने गयी, और बॉस की तरफ गांड को झुकाके पेन उठाने गई. धीरेसे पेन को उठाया और बॉस को लेकर दे दिया.</p>
<p>बॉस की नजरो में हवस दिख रही थी. वो पहला मौका था जब मुझे बॉस के इरादे पता चले.</p>
<p>उस दिन के बाद बॉस थोड़ा ज्यादा ही मुजसे खुलकर बात करने लगा. काफी बार मेरे नजदीक भी आया करता था. मेरे पास की खुर्सी पे बैठ मुजसे अकाउंट की रिपोर्ट बनाने कहता था. में रिपोर्ट बनाती थी और वो मेरे मम्मो को ताड़ते रहता था.</p>
<p>बिच बिच में डबल मीनिंग बाते भी करने लगा. में हसकर टाल देती थी. मुझे इस जॉब पे ज्यादा परेशानी नहीं थी. इसलिए में जो बॉस कहे वो करती रहती थी.</p>
<p>धीरे धीरे बात इतनी आगे बढ़ने लगी के, बॉस अब रातको करीब १२ बजे मुझे फोन पे काम के बारेमे फ़ोन पे पूछने लगा. रातको पिने के बाद मुजसे बाते करने लगा. एकबार तो मुझे उसकी आवाजसे पता चला की वो मुजसे बात करते करते अपना लंड हिला रहा है. उसकी चढ़ती हुई सास, डबल मीनिंग बात से पता चल रहा था की वो अपने लंड को हिला रहा है.</p>
<p>बॉस की हरकतों से मुझे इतना तो पता चल गया था की एक न एक दिन ये मुझे चोदेगा जरूर. इसलिए में भी हमेशा तैयार रहती थी. वैसे भी मेरा पति नहीं था. काफी दिन हुए थे चोदे हुए. उसके अलावा बच्चोकी भी जिम्मेदारिया थी.</p>
<p>मेने कभी बॉस को ये एहसास नहीं होने दिया के उसकी हरकतो से मुझे घुसा आ रहा है. में भी उसके हरकतो में उसका साथ देती थी.</p>
<p>कुछ दिन ऐसे ही बीत गए.</p>
<p>एक दिन में काम कर रही थी. बॉस केबिन से आये और उन्होंने सीधे आकर मेरे कधो पर हात रखा और बोले कल का शिपमेंट चला गया है ना? मेने हा कहा. फिर बोले ठीक है. शिपमेंट पोहचतेहि मुझे रिपोर्ट भेज देना. ऐसे कहकर मेरे खंडो को प्यार से दबाकर वो अंदर चले गए. अभी तक तो दूर से बाते होती थी लेकिन अब शरीर को हात लगाकर बातें होने लगी.</p>
<p>बॉस मेरे पास आकर बैठते और मुझे रिपोर्ट में बदलाव करनेके बारेमें बताते हुए मेरी जांग पर हात लगते. मेने कभी उनको रोका नहीं तो उनको शायद लगा के वो अभी कुछ भी कर सकते है.</p>
<p>एक दिन शाम को ऑफिस में में और बॉस थे. में अलमारी खोलकर फाइलें देख रही थी. अचानक से पिछेसे बॉस ने आकर सीधा मेरी कमर पर हात लगाया. में डर गयी. बॉस ने कहा डरो. में ही हु. क्या कर रही हो. मेने कहा वो शिपमेंट की फाइलें ठीक से रख रही हु.</p>
<p>में जब बात कर रही थी बॉस का हात मेरी पीठ पर घूम रहा था. वो मेरे नजदीक आने लगे. उनकी नजरे मेरे होठोंपे थी. में डरकर निचे देख फाइलें ठीक से रखने की कोशिश कर रही थी.</p>
<p>बात करते करते बॉस इतने नजदीक आ गया था की उसकी सासे मेरे कानोंमें सुनाई देने लगी. उनकी आवाज मदहोश हो गयी थी. अचानक पीठ पे हात घूमते घूमने बॉस का हाट निचे निचे जाने लगा. जैसे ही उनका हात कमर तक पोहचा में उनसे दूर जाने लगी.</p>
<p>में जा ही रही थी के बॉस ने मेरा हात पकड़ा और मुझे अपनी और खुचा. मेरे हातो में जो फाइल थी वो निचे गिर गई और सरे पेपर जमीन पर चारो तरफ फ़ैल गए. बॉस ने जोर से मुझे कीचकर गले से लगा दिया. में कहने लगी बॉस ये आप क्या कर रहे हो. लेकिन उन्होंने मुझे कसकर पकड़ा और मेरे होठो पर अपने होठ टिकादिये. में खुद को दूर करने लगी लेकिन बॉस माने नहीं उन्होंने होठोंको चूमना जारी रखा.</p>
<p>जोर जबरदस्ती करते करते उनके हात मेरे मम्मो पर आये और उन्होने कसकर मेरे दोनो मम्मो को दबाना सुरु किया. बॉस की हवस देख ऐसे लग रहा था मानो बहोत दिनों से भरे थे. आज मौका मिला तो छोड़ने के विचार में नहीं है.</p>
<p>बॉस ने होठोंको चूमते हुए काफी देर तक मेरे मम्मो को मसला. फिर गालो को चूमते हुए मेरी गर्दन पर आ गए. काफी दिनों बाद किसी मर्द के स्पर्श का अनुभव हो रहा था. तो में मि पिघलने लगी. मेरे मुँह से आह की आवाजे आने लगी. अहहहह. अहाहा। ..श अहहह. आहहआए…….. बॉस ने जैसे ही मेरी आवाज सुनी वो और जोश में आने लगा और मुझे गले से लगाकर मूर्ति गर्दन को चूमने लगा. पीठ पर हात घूमते हुए कमर तक पोहचा और धीरेसे निचे हात खिसकर मेरी गांड को दबाने लगा.</p>
<p>गांड पे हात लगते ही में उछल पड़ी. मेने कसकर बॉस को पकड़ लिया. बॉस मुझे अपनी बाहो में भर चूमने लगा और साथ साथ गांड को दोनों हातो से दबा रहा था.</p>
<p>फिर धीरेसे उसने मेरा कुरता उठाकर निकला दिया. मेरी ब्रा दिखने लगी. ब्रा देखकर बॉस और उत्तेजित हो उठा और उसने दोनों मम्मो को दबाते हुए बिच की दरार को चाटना सुरु किया. अहहहहहह. अहहह हाहाहाहा. ाहाःहाहा. सशशआ… मम्मो को दबाते हुए ब्रा को सरका दिया और दोनों मम्मो को बहार निकाले. चूचिया जैसे दिखी, सीधा मुँह से पकड़कर चूसने लगा. चूचियों को दबा दबा कर चूस रहा था.</p>
<p>अह्ह्ह हः अहहह. ष्ष्स. अहहह अह्ह्ह . स्स्स्सस्ठ.अह्ह्ह . श्श्श..</p>
<p>मेने पिछेसे ब्रा का हुक निकला और मम्मो को आजाद कर दिया. बॉस मेरे मम्मो पर टूट पड़ा. बड़ी बेहरमी से चूचियों को चबा रहा था. जोर जोर से मम्मो को मसल रहा था. चूचियों को ऊँगली से पकड़कर खींच रहा था. अहह. अहह अहहह. कमीना जानवर बन गया था. अहह अहहहहह अहःअहः. स्सश्श्श.</p>
<p>काफी देर मम्मो से खेलकर जब पीछे हटा. उसने सीधा अपने कपडे उतरना सुरु किया. जल्दसे अपनी शर्ट और पैंट उतार दी. फिर मेरे सामने अपने अंडरवेर पर हात घुमाकर दिखाने लगा. अंडरवेर का उभार देखकर लग ही रहा था की उसका लंड काफी बड़ा हो चूका है.</p>
<p>में आगे नहीं आ रही देख बॉस ने मेरा हात पकड़ा और अपने अंडरवेर पर दबाया. मेने फिर उसके अंडरवेर पर घूमना सुरु किया. फिर में निचे घुटनो पे बैठी और धीरेसे उसकी अंडरवेर निचे खींच दी. जैसे अंडरवेर निचे आयी. उसका काला सा लंड उछल कर बाहर निकला. मेने तुरंत मुठी में लंड पकड़ा और हिलने लगी. मेरे हिलने से लैंड और भी मजबूत और बड़ा होने लगा. कुछ ही देर में लोहे की तरह मजबूत हो गया. मेने तुरंत लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी.</p>
<p>अम्मम्ामम… अहःअहम्म्म्म हाःहाहाम्म्म अहःअहम्म्म्म। ष्ष्स शशशशशश. काफी दिन बाद आज लंड चूसने मिला है. मेने लंड को पूरा अंदर खींच लिया और चूस रही थी. जीभ से चाटकर लंड को चिकना कर लिया. मुँह में लंड को रखकर उसकी गोटियों को हात से पकड़कर दबाने लगी.</p>
<p>काफी देर लंड को चूसने के बाद, जब पीछे हटी तो बॉस मेरी तरफ नशीली नजरोसे लाल टपकते हुए देख रहा था. उसने मुझे वही पर निचे सुला दिया. में फ़ाइल से गिरे सरे पेपर पर सो गयी. बॉस ने मेरा पैजामा पकड़ा और खींचकर निकल दिया. मेरी चड्डी दिखने लगी. वैसे ही उसने चड्डी पकड़ी और खींचकर उतार दी. में पूरी नंगी बॉस के सामने पेपरों पर लेटी हुयी बॉस को देख रही थी.</p>
<p>बॉस ने फिर मेरे पैर फैलाये और मेरी चुत को जीभ डालकर चाटने लगा. अहह अहहह अहहह.. यही तो मुझे चाहिए था. जब भी कोई मर्द मेरी चुत को चाटने लगता है. मेरे शरीर की आग बढ़ जाती है. में इतनी मदहोश हो जाती हु के अपने बदन को पूरा उसी को सौप देती हु. चुत चाटने के बाद वो आदमी अब मेरे साथ कुछ भी करे मुझे पर्व नहीं. में पूरा साथ देती हु.</p>
<p>बॉस ने जीभ को चुत पर रगड़ रगड़ कर चाटना सुरु किया….अहहह अहाहा। ..अहहह सशशषस शशशश.. काफी देर तक मेरी चुत को चाटने के बाद वो पीछे हटा और अपना लेकर नजदीक आया और चुत में लंड दाल दिया. बॉस का काला लंबा लंड अंदर तक घुस गया.</p>
<p>फिर जोर जोर से धक्के देकर मुझे चोदने लगा. में चिल्लाने लगी. अहह अहह ाःहाहा. श्श्श। ा अहहह अहहस.. मर गयी. ाहः अहह.अहह….</p>
<p>मेरे ऊपर लेटकर मुझे चूमते हुए चोद रहा था. काफी देर तक चोदने के बाद फिर वो मेरे पास सोया और मुझे अब लंड के ऊपर बैठा दिया. में लंड पर बैठी और उछलकर उछलकर चुदवाने लगी. अहह अहह अहह अहह अहह.. चुत के अंदर तक लंड को धकेल कर चुदवा रही थी. अहहह अहहह। .श्श्श्श श्श्श श्श्श</p>
<p>काफी देर ये करने के बाद फिर बॉस ने मुझे घोड़ी बना दिया. मेरे पीछे गया और गांड पे पहले तो दो बार फटके मारे. में चिल्लाई… अहह आह श्श्श्श अहह। …</p>
<p>फिर अपने लंड को पिछेसे चुत में डालकर मुझे चोदने लगा. अहाहा अहःअहः अहह श्श्श अहहह आह्हः.. ससससस</p>
<p>इसबार ऐसे लग रहा थकी पूरी ताकत लगाकर चोद रहा है. दोनों हातोंसे मेरी कमर को पकड़ कर जोर जोर से धक्के मारने लगा. मेरी गांड पे उसकी जांग जोर जोर से पटक रही थी.</p>
<p>अहाः अहहह ष्ष्स आहह सस्शह्ह्शसश। … श्श्श श्श्श शहस अहाहा</p>
<p>इसी दौरान मेरी चुत ने भी पानी छोड़ दिया. बॉस कभी भी झड़ सकता था. उसने अपनी गति बधाई. और चोदने लगा.</p>
<p>कुछ ही पल बाद, बॉस ने एक कराहट के सात अपने लंड को चुत के बाहर खींचा और सारा गरम पानी मेरी गांड पे निकल दिया</p>
<p>मेरी पूरी गांड लंड से निकले गरम पानी से गीली हो गयी</p>
<p>कुछ देर में ऐसे ही बैठी रही. फिर जैसे बॉस कपडे उठाकर अंदर केबिन में चला गया. मेने भी कपडे उठाये और बाथरूम में जाकर सब धोकर कपडे पहन लिए.</p>
<p>उस दिन बाद से मनो में बॉस की रकेल बन गयी हु. जब भी बॉस का मन करता है वो मुझे अपने केबिन में बुलाता है और मुझे चोदना सुरु करता है.</p>
<p>लेकिन अछि बात ये है के बिच बिच में मुझे पैसे भी देकर जाता है. जिससे मुझे थोड़े ज्यादा पैसे मिल जाते है.</p>
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<title>भाभी को नंगा नहाते देख लिया</title>
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<dc:creator><![CDATA[Sankalp Chaudhary]]></dc:creator>
<pubDate>Fri, 11 Jul 2025 05:49:34 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[भाभी (Bhabhi)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>कुछ दिनों पहले की बात है. सुभह का वक्त था. बड़े भैया काम से जल्दी घर से निकल गए थे. माँ और पापा भी मंदिर</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%a8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%af/">भाभी को नंगा नहाते देख लिया</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>कुछ दिनों पहले की बात है. सुभह का वक्त था. बड़े भैया काम से जल्दी घर से निकल गए थे. माँ और पापा भी मंदिर चले गए थे. में दोस्तों के सात खेलने चला गया था. जब १० बजे घर लौटा तो देखा घर पे कोई नहीं है. मुझे लगा सभी मंदिर चले गए होंगे.</p>
<p>तो मेने सोचा की जाकर नाहा लेता हु. मेने अपना टावल और कपडे लिए और बाथरूम की और निकल पड़ा. बाथरूम हमारा घर में पीछे की तरफ था. में अपनी ही सोच में चले जा रहा था. बाथरूम के पास पोहचा और जैसे ही दरवाजा धकेला, अंदर सामने भाभी को नंगा देख मेरे तो होश ही उड़ गए.</p>
<p>भाभी पूरी नंगी सामने कड़ी थी. उनका एक पैर उन्होंने निचे रखे टेबल पे रखा था. और अपनी जांग पे साबुन रगड़ रही थी. मेरी तुरंत नजर भाभी के बड़े बड़े मम्मो पर पड़ी. अह्ह्ह ह… इतने बड़े मम्मे और उनकी चूचिया। अहह.. नजर मम्मो से हट ही नहीं रही थी. फिर धीरेसे आँखे भाभी की चुत की और मुड़ी। अह्ह्ह। .. भाभी की चुत पे एक भी बाल नहीं था. चुत को देखते ही मुँह में पानी आ गया.</p>
<p>कुछ देर तक भाभी को भी एसास नहीं हुआ की क्या हो रहा है. कुछ देर बाद जब बभी को समज आया. वो सहम गई और उन्होंने अपना एक हात अपने मम्मो को ढकने में लगाया और दूसरे हात से चुत को ढकने लगी.</p>
<p>में भी डर गया और तुरंत दरवाजा बंद कर अपने कमरे की और भागा।</p>
<p>कमरेमे जाकर में खुर्सी पे बैठ गया. मेरी आखो के सामने भाभी का नंगा बदन घूम रहा था. सास फूल रही थी. मुझे समज नहीं आया के ये सब क्या हुआ.</p>
<p>में कुछ देर बैठा ही था की तभी बाहर से भाभी कमरे में आयी. भाभी ने टावल पहनी हुई थी. धीरेसे चलते हुए कमरे में दाखिल हुई. अंदर आते ही भाभी ने दरवाजा अंदर से बंद किया। और मेरी तरफ आने लगी</p>
<p>जैसे जैसे वो करीब आ रही थी। मेरी सासे बढ़ रही थी. भाभी मेरे एकदम से करीब आ गयी. मुझे एक बार के लिए लगा की भाभी अभी मुझे जोर से चपेट मारेगी। इसके पहले की भाभी कुछ कहे, मेने भाभी से गिड़गिड़ाते हुए माफ़ी मांगी. हात जोड़े और कहा. गलती से हो गया. मुझे नहीं पता था आप नाहने गयी हो.</p>
<p>मेरे पसीने छूट रहे थे.</p>
<p>तभी भाभी बोली। कोई बात नहीं देवर जी. ये कोई बड़ी बात नहीं के आपने मुझे नहाते हुए देख लिया. तुम्हारी इसमें कोई गलती नहीं थी. में ही दरवाजा बंद करना भूल गई.</p>
<p>भाभी ने मेरे गालो को सहालते हुए कहा. आप मत डरो. में किसी को कुछ नहीं बताउंगी. आप भी किसी को कुछ नहीं बताना.</p>
<p>ये बात सुनकर मेरी जान में जान आयी.</p>
<p>मेरा डर कम होने लगा. मेने भाभी से कहा…. जी में किसे से कुछ नहीं बोलूंगा.</p>
<p>में ऐसे कहकर बाहर निकलने ही वाला था लेकिन तभी भाभी ने कहा.</p>
<p>लेकिन एक काम तुम्हे करना पड़ेगा</p>
<p>मेने पूछा… जी भाभी आप जो कहोगे में करूँगा</p>
<p>मेरी बात सुनतेही भाभी बोली. देखो जैसे तुमने मुझे नंगा नहाते हुए देख लिया. वैसे अब तुम्हे भी नंगा मेरे सामने खड़ा होना पड़ेगा. तभी बात बराबर की होगी.</p>
<p>ये सुन में चौक गया. मुझे समज नयी आ रहा था के इस बात पर में क्या कहु</p>
<p>भाभी ने मेरी तरफ देखते हुए कहा. देखो ज्यादा सोचो मत. कुछ नहीं होगा. एक बार सिर्फ में तुमको पूरा नंगा देख लू जैसे तुमने मुझे देखा था. तो दोनों को भी किसी बात का डर नहीं होगा. हम दोनों भी इस बात को किसी को नहीं बताएँगे।</p>
<p>मुझे भी भाभी की बात ठीक लगी. में खड़ा हो गया और अपनी टीशर्ट उतारने लगा.</p>
<p>भाभी मुझे टकटकी लगाकर देख रही थी. मेने टीशर्ट उतार कर बेड पर रख दी और भाभी को देखने लगा.</p>
<p>तभी भाभी ने कहा. रुके क्यों…. उतारो सारे कपडे. शर्माओ मत</p>
<p>मुझे बहोत डर लग रहा था. लेकिन अब कोई और उपाय भी नहीं था. तो मेने धीरेसे अपनी पैंट निचे उतारकर पास में टीशर्ट के सात रख दी.</p>
<p>मेरा खड़ा लंड अंडरवेर के अंदर गुदगुदाने लगा. भाभी ने कहा अब इसे भी उतार दो.</p>
<p>मेने धीरसे अंडरवेर को भी उतारा और पूरा नंगा हो गया.</p>
<p>मेरा लंड उछलते हुए बाहर निकला था. जैसे ही भाभी ने मेरा लंड देखा वो चौक गयी. शायद पहली बार इतना बड़ा लंड देख रही थी.</p>
<p>लंड की तरफ देखते हुए भाभी बोली. तुम्हारा तो काफी बड़ा है. में थोड़ा शरमाया.</p>
<p>मेरी तरफ देखते हुए भाभी ने अपना पहना हुआ टावल उतर दिया.</p>
<p>जैसे ही टावल निचे गिरा और जो मेरे सामने दृस्य था….. अहहह। … मानो अप्सरा आसमान से प्रकट हुयी है.</p>
<p>बड़े मम्मो को देख मेरा लंड ऊपर निचे उछलने लगा. भाभी की जैसे ही हिलते हुए लंड पे नजर पड़ी. उन्होंने अपना हात आगे बढ़ाकर लंड को मुठी में पकड़ लिया. अहह अह्ह्ह अहह.. भाभी का कोमल हात मेरे खड़े लंड को छूते ही मानो मेरे शरीर में बिजली बहने लगी. भाभी ने लंड को मुट्ठी में जकड कर हिलना शुरू किया.</p>
<p>अहा अहह यह.. अहह ाहः. अहह. श्श्श सः अहह…. जोर जोर से लंड को दबा दबा कर हिला रही थी. मेरा तड़पता हुआ बदन देख भाभी नजदीक आई और मेरे होठोंपे अपने होठ रख दिए. फिर क्या, मेरे दिमाग ने सोचना बंद कर दिया. मेने सीधा भाभी को गले से लगाया और चूमने लगा. भाभी की गोरी नंगी पीठ पर हात घुमाते हुए गुलाबी होठोंका रस पि रहा था.</p>
<p>अहह आह… भाभी के कोमल बदन को छूने में बड़ा मजा आ रहा था. भाभी ने लंड छोड़ मुझे कसकर गले लगा लिया. निचे मेरा लंड भाभी की चुत पे घिसे जा रहा था.</p>
<p>भाभी की पीठ पर घूम रहा मेरा हात धीरेसे निचे सरकने लगा. भाभी की कमर से होते हुए जैसे निचे जाने लगा, बड़ी उठी हुई गांड का स्पर्श हातोंको होने लगा. मेने अपने दोनों हात निचे सरकाये और दोनों हातोंसे गांड को दबाने लगा. अहहह अहह… गांड तो और भी लाजवाब थी. कसकर गांड पकड़कर दबाने लगा. गांड इतनी बड़ी थी के मेरे हातोंके पंजे छोटे पड़ रहे थे. गोल मोटी गांड को कसकर दबा दबा कर आनंद लेने लगा.</p>
<p>उसी वक्त आगे की और होठोंसे निचे सरकते हुए मेने भाभी की चूचिया मुँह में ले ली और चूचियों को चूसते हुए हातोंसे गांड दबा रहा था.</p>
<p>कुछ देर गांड से खेलकर दोनों हात आगेकी ओर लिए और दोनों मम्मो को दबाकर भाभी का दूध निकालने लगा. अहा आह. अहह. अहह अहह. भाभी के मम्मे काफी रसीले थे. दबाने में बहुत मजा आ रहा था. ऐसे लग रहा था की दूध की थैले दबा रहा हु. दोनों मम्मो को काफी देर तक में चूसता रहा.</p>
<p>निचे मेरा लंड भाभी को पेलने के लिए तैयार ही था. मेने भाभी को पीछे पलंग पर सुला दिया और में उनके उपर चढ़ गया. होठोंसे चूमते हुए निचे आने लगा. मम्मो को पूरा चाटलिया, धीरे धीरे भाभी के बदन को चूमते हुए निचे आने लगा. भाभी के ढोड़ी पर जैसी ही नजर पड़ी, मेने सीधा अपना मुँह धोड़ी पर रख जीभ से धोड़ी को चाटने लगा. भाभी के मुँह से आह की आवाजे आने लगी. अहह अहह . ष्ष्स हशस.अहह हाहाहा अहह अहह.</p>
<p>धोड़ी का मजा लेकर निचे की और खिसका. निचे जाते ही भाभी की चुत की सीधी दरार दिखने लगी. धीरेसे अपने हात भाभी की दोनों जांग पे रख सहलाने लगा. चुत को देख भाभी की गोरी जांग पे चूमने लगा. धीरे धीरे चुत की और बढ़ने लगा. भाभी अपने पैर फ़ैलाने लगी. धीरेसे चुत मेरे आखो के सामने खुलने लगी अहह अहाहा। क्या नजारा था. भाभी की गोरी चुत खुलते देख मुँह में पानी आनेलगा.</p>
<p>जैसे ही भाभी ने पुरे पैर फैला दिए. मेने सीधा भाभी की चुत पे अपना मुँह टिका दिया. चुत को दोनो हातोंसे से खोलकर जीभ अंदर दाल दी और चुत से निकलने वाला चिप चिपा पानी चाटने लगा. ऐसे लग रहा था मानो शहद चाट रहा हु. उम् उम्म्म अहहह अहहांम अम्म्म ामममम…. भाभी भी कहराने लगी थी. अहहअहह अह्ह्ह्हह .. शहहह अहहह</p>
<p>चुत पर जीभ घुमाते हुए मेने अपनी एक ऊँगली चुत में डाल दी और चुत को रगड़ने लगा. काफी अंदर तक ऊँगली जा रही थी. चुत के दाने पर जैसे में जीभ घुमाने लगा, भाभी मानो तड़पने लगी. कमर ऊपर निचे कर मेरे मुँह पे घिसने लगी. में रुका नहीं और चुत को काफी देर तक चाटता रहा.</p>
<p>काफी देर चुत को चाटने के बाद पीछे हुआ. भाभी के पैर पुरे फैला दिए और बिच में बैठ गया. लंड को हात में पकड़ कर धीरेसे चुत में धकेला. धीरेसे लंड चुत में खिसकने लगा. बड़ा लंड होनेके वजसे भाभी मानो तड़पने लगी थी. उनकी तड़फड़ाहट आखो के सामने दिख रही थी. लेकिन मेने ध्यान नहीं दिया और लंड को धक्के देकर अंदर डालते रहा. कुछ देर बाद जब पूरा लंड चुत में चला गया भाभी ने चैन की सास ली.</p>
<p>लंड चुत में डाल भाभी के ऊपर लेट गया. भाभी की आखो में देख निचेसे कमर हिलाते हुए लंड को चुत में अंदर बाहर करने लगा. अहहह। ..अहहह. लंड गरम चुत में घिसने लगा. अहह अहाहा. …. भाभी भी कहराने लगी…. भाभी के चेहरे पे उठी आह देख मेरा और जोर से चोदने का मन होने लगा. मेने जोर जोर से अपने लंड को चुत में डालना सुरु किया. अहह अहह अहाः अह्ह्ह . भाभी को जोर जोर से चोदने ने में काफी मजा आ रहा था. अहहह अहाहा। …</p>
<p>लंड पूरा अंदर तक जा रहा था. काफी देर तक चुत को चोदने ने बाद जब में पीछे हटा और लंड को देखा तो लंड पूरा चुत के पानी से गिला हो चूका था. तभी मुझे पता चला की भाभी एक बार झड़ चुकी है.</p>
<p>फिर मेने भाभी को पलट कर सुलाया. जैसे भाभी पलटी, आखो के सामने भाभी की बड़ी हिलती हुई गांड सामने आयी. मेने दोनों हातोंसे गांड को दबाना सुरु किया. काफी कोमल थी भाभी की गांड. मेने अपनी जीभ से गांड को ऊपर से निचे तक चाटा फिर भाभी को घोड़ी बनाकर बैठाया. जैसे ही भाभी घोड़ी बनी. गांड ऊपर आगई.</p>
<p>मेने अपने लंड को पकड़ा और गांड पे मारते हुए निचे की और चुत को ढूंढने लगा. चुत के गड्ढे में लंड को धीरेसे सरकाकर चोदना सुर किया. अहा हहह यह.. श्श्श शहस. भाभी भी चिल्लाने लगी… हाहाहा यह अहा.. श्श्श श्श्श. देवर जी धीरे अहह अहहह..अहह अहहह। …</p>
<p>मेने कसकर भाभी की कमर पकड़ ली थी. जोर जोर से चोद रहा था. जैसे जैसे मेरा पानी नजदीक आ रहा था. मेरी चोदने की गति बढ़ रही थी. में सब भूल के सिर्फ सामने दिख रही नंगी औरत को चोदने के बारे में सोच रहा था. अहह अहह. श्श्श शहस. कसकर पकड़कर लंड चुत में धकेल रहा था. अहह अहह यह. श्श्श शश अहाहा.</p>
<p>काफी देर चोदने के बाद मेरे लंड से पानी निकलने वाला था. मेने भाभी को पूछा चुत में पानी छोड़ दू. तो भाभी चिल्लाकर बोली. नहीं देवर जी, बाहर छोड़ो. जैसे ही पानी लंड से निकलने वाला था. मेने तुरंत लंड चुत के बाहर खींचा और उसकी गांड पे उड़ा दिया. गरम सफ़ेद पानी की बौछार भाभी के गांड पे उड़ने लगी.. कुछ वक्त लगा पूरा पानी निकलने में. फिर जब लंड शांत हुआ मे पीछे हट गया और भाभी के बगल में सो गया.</p>
<p>भाभी भी नंगी मेरे पास लेटी रही. कुछ देर बाद भाभी उठी और अपना टावल लपट कर अपने कमरे में चली गयी.</p>
<p>उस दिन के बाद जब जब घर पर कोई नहीं होता था. भाभी मेरे कमरे में आती थी और हम चुदाई करते है.</p>
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]]></content:encoded>
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<title>पापा का दोस्त माँ को चोदता रहा और मुझे पता ही नहीं चला</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Sun, 18 May 2025 07:06:15 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[माँ (Mother)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>दोस्तों ये जो कहानी में आपको सुनाने जा रहा हु ये मेरे जीवन का एक काला सच है जो मेने इसके पहिले किसी को नहीं</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%81-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%a4%e0%a4%be/">पापा का दोस्त माँ को चोदता रहा और मुझे पता ही नहीं चला</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>दोस्तों ये जो कहानी में आपको सुनाने जा रहा हु ये मेरे जीवन का एक काला सच है जो मेने इसके पहिले किसी को नहीं बताया।</p>
<p>ये बात उन दिनों की है जब में स्कुल जाया करता था. तब मेरे घर पापा के एक दोस्त आया करते थे. उनका नाम अनुभव था. में उनको अनुभव अंकल कहके पुकारता था.</p>
<p>अनुभव अंकल का आनाजाना घर लगा रहता था. पापा और मम्मी दोनों काफी खुलके उनसे बात किया करते थे. कई बार तो रात को पापा और अनुभव अंकल दारू पिने बैठते और देर हो जाये तो हमारे घर ही सो जाया करते थे.</p>
<p>मुझे अनुभव अंकल इसलिए पसंद थे क्यूंकि वो मुझे हमेशा पैसे दिया करते थे. स्कुल के लिए मुझे घर से पैसे नहीं मिलते थे. इसलिए अनुभव अंकल से मिलने वाले पैसो से मेरी खाने पिने की जरूरते पूरी हो जाती थी. इस कारन में हमेशा अनुभव अंकल के घर अनेका इंतजार करता था.</p>
<p>लेकिन एक दिन सुभह ११ बजे जब में अपने क्लास के लिए निकल रहा था. तभी मेने अनुभव अंकल को रसोई घर में देखा। मुझे लगा वो माँ से कुछ बात कर रहे होंगे. क्यूंकि बातोकि आवाजे आ रही थी. तो पहले तो मेने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और में अपने क्लास के बैग में किताबे भरने लगा.</p>
<p>तभी माँ की धीरेसे आवाज मुझे सुनाई दी.</p>
<p>आह्हः। ..क्या कर रहे हो.</p>
<p>में थोड़ा चौक गया. धीरेसे उठकर मेने बहार से रसोई घर में झाका। तब जो मेने अपनी आखोसे देखा, मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए.</p>
<p>सामने माँ आटा गुंड रही थी. और अनुभव अंकल ने माँ को पिछेसे पकड़ रखा था. उनके दोनों हात माँ के मम्मो पर थे. और वो पिछेसे माँ को कसके पकड़कर उनके मम्मो को जोर जोर से दबा रहे थे.</p>
<p>में तभी छोटा था. मे थोड़ा सहम गया और जल्दी से पीछे हटकर अपनी बैग उठाई और बहार निकल गया.</p>
<p>उस दिन के बाद मुझे इतना पता चल गया था की कुछ तो घर में चल रहा है जिसका मुझे पता नहीं।</p>
<p>धीरे धीरे जैसे में बड़ा होने लगा. मुझे इन सब चीजोंकी समाज आने लगी.</p>
<p>अभी तो मेरा लंड भी खड़ा होने लगा था. अनुभव अंकल अभी भी घर आया करते थे. वो मुझे पैसे दिया करते थे.</p>
<p>लेकिन अब मुझे घर में क्या चल रहा है ये जाननेमे ज्यादा उत्सुकता थी.</p>
<p>मेने घर में अनुभव अंकल पे ध्यान रखना सुरु किया. काफी दिन तक मेने कोशिश की के कुछ पता चले लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा था.</p>
<p>कुछ दिन बाद मुझे इतना पता चला की जब में घर पर नहीं रहता तब अनुभव अंकल घर आते है.</p>
<p>मेरी जिन्यासा बढ़ रही थी. में मोके के तलाश में था.</p>
<p>एक दिन वो मौका मिल ही गया. पापा और अनुभव अंकल रातको दारू पिने बैठे थे.</p>
<p>देर रात उनका कार्यक्रम चल रहा था. में अपने कमरे में जगा हुआ था. आज मुझे देखना था की रातको होता क्या है.</p>
<p>जैसे ही रातके दो बजे, मुझे कमरे पे बहार हलचल महसूस हुई.</p>
<p>पापा और अनुभव अंकल बात कर रहे थे. पापा ने अनुभव अंकल से कहा आज इधर ही रुक जाओ.</p>
<p>मेने अंदरसे दरवाजेपे कान लगाकर सारी बाते सुन रहा था. बिच बिच में माँ की भी आवाज आने लगी.</p>
<p>कुछ देर बाद सब शांत हो गया. तो मेने धीरेसे अपना दरवाजा खोला। और बाहर झाकने लगा. बहार देखा थो पापा उठकर कमरेकी और जा रहे थे. उन्होंने बहोत पि रखी थी और पापा को ठीक से चलने भी नहीं हो रहा था. वो दीवार के सहारे चलते हुए अंदर की और जा रहे थे.</p>
<p>उनके पीछे माँ और अनुभव अंकल खड़े थे. अंकल माँ के पीठ पर हाट घुमा रहे थे. माँ ने तब नायलॉन की मैक्सी पहनी थी. अनुभव अंकल का हात माँ की पीठ से होकर निचे की और आया और माँ की गांड पर आते ही उन्होंने माँ की गांड दबाई। माँ की बड़ी गांड का बड़ा हिस्सा उनके हातो में था और वो माँ की गांड दबाये जा रहे थे.</p>
<p>उनको ऐसे करता देख में चौक गया. समज नहीं आ रहा था की ये सब क्या हो रहा है.</p>
<p>जैसे ही पापा गए अपने रूम में पिछेसे माँ और अंकल भी अंदर चले गए. वो जैसे ही अंदर गए में दबे पाव बहार निकला और पापा के रूम के बाहर आकर खड़ा हो गया. बहार पूरा अँधेरा था.</p>
<p>धीरेसे जब पापा के रूम के पास आया तो अंदर से माँ की सिसकनेकी आवाजे आ रही थी.</p>
<p>मुजसे रहा नहीं गया तो में दरवाजे पे कान लगाकर सुनाने गया तो पता चला दरवाजा खुला ही है. मेने धीरेसे दरवाजे को धकेला और अंदर झाकने लगा.</p>
<p>और तब जो मेने अंदर देखा मेरे तो होश ही उड़ गए.</p>
<p>अंदर कमरेमे टेबल पे रखी पिली लाइट चालू थी. उसी लाइट का उजाला था. फिर भी कमरेमे काफी अँधेरा था.</p>
<p>सामने पापा बेड पर सोये थे. वो गहरी नींद में थे.</p>
<p>दूसरी तरफ माँ को अंकल ने कसकर जकड लिया था और दोनों एक दूसरे के होठोंको चुम रहे थे. गले लगाकर चूमते हुए अनुभव अंकल का हात माँ की पीठ पर घूम रहा था.</p>
<p>माँ को ऐसे देख मेरा तो गाला सुख गया.</p>
<p>कुछ देर बाद दोनों ने एक दूसरे के कपडे उतरना सुरु किये. माँ ने तो सिर्फ मैक्सी पहनी थी. जैसे मैक्सी ऊपर से निकली। अंदर से माँ का रसीला बदन दिखाई देने लगा. माँ ने ब्रा भी नहीं पहना था तो उनके मम्मे तुरंत उछलकर बाहर आगये। निचे माँ ने सिर्फ चड्डी पहनी थी.</p>
<p>अनुभव अंकल ने भी तुरंत अपने कपडे उतारदिए और पुरे नंगे हो गए. जैसे उनका लंड बहार आया. माँ ने बिना किसी झिजक के उनका लंड हातोंसे पकड़ लिया और उसे आगे पीछे हिलने लगी. जैसे ही अनुभव अंकल ने अपना शर्ट निकल दिया वो पुरे नंगे हो गए.</p>
<p>माँ पीछे की और रखे खुसी पे बैठी और अनुभव अंकल का लंड खींचकर उनको नजदीक लिया और लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी.</p>
<p>अनुभव अंकल के मुँह से आवाज निकलने लगी. अहह अहहह ा.. ष्ष्स सहस अहहहह अहहह।।।।</p>
<p>यहाँ मेरा लंड भी उछलने लगा. मेरा हात अपने आप पैंट में चला गया. और लंड को कसकर पकड़के में भी उसे हिलने लगा.</p>
<p>माँ को कोई फरक नहीं पड़ रहा थी की उनका पति पास ही सोया है. वो बहोत ही मजे लेकर अनुभव अंकल का लंड चूस रही थी.</p>
<p>काफी देर लंड चूसने के बाद फिर सुरु हुआ चुदाई की क्रिया।</p>
<p>अनुभव अंकल ने माँ को खड़ा किया. और पास ही बेड पर माँ को सुलाके माँ के पैर फैलाये। और सीधा अपना खड़ा लंड माँ की चुत में धकेल दिया।</p>
<p>अंकल ने लंड माँ की चुत में दाल उसे पेलना सुरु किया. माँ मदहोश होकर आह भरने लगी.</p>
<p>अहह अहा। स शश श्शश शश.. अहहस ष्ष्स..</p>
<p>अंकल निचे से लंड घुसेड़कर ऊपर माँ के निप्पल चूसने लगे.</p>
<p>यहाँ मेरा भी हाल बेहाल था. मेने अपनी पैंट निचे उतारी और गीले लंड को जोर जोर से हिलाने लगा. माँ को चुदवाते देख में पागल हो रहा था.</p>
<p>वहा अनुभव अंकल काफी जोश में माँ को चोद रहे थे. उनकी आँखे नशीली हो चुकी थी.</p>
<p>दोनों इतनी जोर से चुदवा रहे थे की पूरा बेड हिलने लगा. इतनी जोर से बेड हिल रहा था की पापा की नीद खुल गयी.</p>
<p>उनको जागते हुए देख मेरी हालत पतली हो गई. अब क्या होगा। पापा ने मम्मी को चुदवाते देखा तो तहलका मच जायेगा.</p>
<p>डर के मरे मेने अपना लंड कसकर पकड़ रखा था. तभी पापा को उठते हुए देख अनुभव अंकल ने अपना लंड माँ की चुत से बहार खींचा। माँ को इशारा किया की पति उठ रहा है.</p>
<p>माँ तुरंत खड़ी हुई. और बेड के किनारे झुक गई. झुककर माँ ने पापा की पैंट खोली और उनका लंड निकाल कर चूसने लगी… पीछे अनुभव अंकल ने माँ की गांड जैसे देखि वो प्यार से गांड पे हाट घुमाकर माँ की गांड को चूमने लगे</p>
<p>आगे पापा, पीछे अनुभव अंकल और बीचमे झुकी हुई मेरी माँ. वो दृश्य आज भी मेरे नजरोके सामने आता है तो मेरा लंड उछलने लगता है.</p>
<p>अनुभव अंकल ने गांड के पुरे मजे लिए, फिर खड़े होकर पिछेसे चूत ढूंढ़कर अपना लंड माँ के अंदर घुसेड़ा और फिर से माँ को पेलने लगे. माँ पापा का लंड चूसते हुए चुदवाके ले रही थी.</p>
<p>वहा अनुभव अंकल ने माँ को जोर जोर से चोदना सुरु किया। यहाँ में लंड को जोर जोर से हिलाने लगा.</p>
<p>कुछ देर बाद अनुभव अंकल ने माँ को चोदते हुए लंड बहार खींचा और माँ के गांड पे पानी फैला दिया। वह पापा ने भी अपना पानी माँ के मुँह में छोड़ दिया।</p>
<p>और यहाँ मेरे लंड ने पिचकारी उड़ाई।</p>
<p>सभी एकसात शांत हो गए.. मेने तुरंत अपनी पैंट ऊपर खींची और दबेपाव रूम में आगया।</p>
<p>उस दिन से मुझे पता चला की पापा को भी पता है के अनुभव अंकल माँ को चोदते है.</p>
<p>कुछ महीनो बाद मुझे पता चला की पापा ने अनुभव अंकल से पैसे लिए थे. वो अब दे नहीं पा रहे है. तो उसका मुवावजा समझकर अनुभव अंकल माँ को चोदते है.</p>
<p>आज भी अनुभव अंकल हमारे घर आते है और माँ को चोद के चले जाते है.</p>
<p>कैसी लगी कहानी जरूर बताना</p>
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<title>लॉलीपॉप चूस के रसमलाई खाई</title>
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<dc:creator><![CDATA[Sankalp Chaudhary]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 15 May 2025 05:38:29 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[अजनबी (Stranger)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>रात के अँधेरे में मैंने लंड चूसा अपने पड़ोस के भैया का. वह मुझे चॉकलेट कैंडी लॉलीपॉप दिलाते थे. एक दिन उन्होंने मुझे बड़ा लॉलीपॉप</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%b2%e0%a5%89%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%89%e0%a4%aa-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%88/">लॉलीपॉप चूस के रसमलाई खाई</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
]]></description>
<content:encoded><![CDATA[
<p>रात के अँधेरे में मैंने लंड चूसा अपने पड़ोस के भैया का. वह मुझे चॉकलेट कैंडी लॉलीपॉप दिलाते थे. एक दिन उन्होंने मुझे बड़ा लॉलीपॉप देने का वायदा किया था.</p>
<p>दोस्तो,<br><br>मेरा नाम रोनित है और मेरी उम्र 19 साल है. मैं हिसार हरियाणा का रहने वाला हूं.<br><br>आज मैं आपको अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी के माध्यम से अपनी रियल और सच्ची सेक्स कहानी बताने जा रहा हूं.</p>
<p>बात कुछ दिनों पहले की है. हमारे पड़ोस में एक भैया रहते थे. उनका नाम लकी था, वह लगभग 26 साल के थे.</p>
<p>लकी भैया दिखने में बहुत ही स्मार्ट, फेयर कलर, हैंडसम थे, मतलब उनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है. लकी भैया हमेशा मुझे रवीना कहकर बुलाते थे.<br><br>मैं बिल्कुल लड़कियों की तरह दिखता था. एकदम सफेद रंग, बिल्कुल काले बाल, शरीर पर कहीं भी एक भी बाल नहीं था. मैं दिखने में ऐसा था कि कोई भी आकर्षित हो जाए.</p>
<p>उस समय मुझे सेक्स के बारे में कोई भी नॉलेज नहीं थी.<br><br>मुझे उस समय कुछ नहीं पता था कि यह सब क्या होता है क्योंकि मैं बहुत शर्मीला टाइप का था और हमेशा घर पर ही रहता था.<br>मैं बहुत कम टाइम घर से बाहर निकलता था.</p>
<p>जब कभी भी मैं रात को लकी भैया के घर जाता था, तो वह मुझे मार्केट से चॉकलेट कैंडी या लॉलीपॉप दिला कर लाते थे.</p>
<p>वो हमेशा कहते थे कि तुझे एक दिन बहुत बड़ी लॉलीपॉप चुसाऊंगा.<br>मैं भी रोज ही कह देता था- भैया, मुझे वह बड़ी वाली लॉलीपॉप कब दिलाओगे.</p>
<p>चूंकि उस समय मुझे कोई नॉलेज नहीं थी कि वो किस लॉलीपॉप के बारे में बात कर रहे हैं.</p>
<p>एक दिन हमारे पड़ोस में ही रहने वाले टिंकू भैया की शादी थी.<br><br>टिंकू भैया के साथ हम दोनों फैमिली का आना जाना बहुत था, तो हम सभी शादी में गए हुए थे.</p>
<p>मैं शादी में खाना खा चुका था.<br><br>अब रात के 10:30 बजे गए थे और मुझे बहुत जोर से नींद आ रही थी.<br><br>मैंने घर वालों से कहा- मुझे बहुत जोर से नींद आ रही है, मुझे घर जाना है.</p>
<p>पापा मेरे साथ घर जाने लगे, तभी टिंकू भैया के पापा ने हमें रोक दिया और जाने नहीं दिया.<br>उन्होंने कहा कि रोनित को धर्मशाला के रूम में ही सुला दो.</p>
<p>मैंने धर्मशाला में सोने से मना कर दिया और कहा कि मुझे घर जाना है.</p>
<p>तभी सामने से लकी भैया आ गए और उन्होंने पूछा- क्या हुआ?<br>तब पापा ने उन्हें सारी बात बताई.</p>
<p>यह सब बात सुनकर लकी भैया के दिमाग में खिचड़ी पकने लगी.</p>
<p>उन्होंने पापा से कहा- मैंने भी खाना खा लिया है और मैं भी सोने के लिए घर जा रहा हूं. अगर आपको ठीक लगे, तो मैं इसको अपने घर ले जाता हूं … ये वहीं पर सो लेगा.<br><br>इस पर पापा ने उन्हें हां कर दिया और मैंने भी हां कर दी.</p>
<p>हम दोनों गाड़ी लेकर निकल गए.<br><br>रास्ते में हमेशा की तरह उन्होंने मुझे चॉकलेट कैंडी और लॉलीपॉप दिलाई और कहा- आज तुझे बड़ी वाली लॉलीपॉप भी चुसाऊंगा.</p>
<p>मैंने कहा- वो आप लेकर आए हो?<br>उन्होंने कहा- हां आज मैं साथ लेकर आया हूं … स्पेशल तुम्हारे लिए मेरी जान.</p>
<p>मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि भैया ने मुझे ‘मेरी जान ..’ क्यों कहा और वो बड़ी वाली लॉलीपॉप किधर है.</p>
<p>मैंने कहा- ठीक है भैया.</p>
<p>अब हम घर पहुंच चुके थे और लकी भैया ने नाइट सूट पहन लिया था. मेरे पास उस टाइम नाइट सूट नहीं था.</p>
<p>भैया ने मुझसे कहा कि तुम अंडरवियर में ही सो जाओ.<br>मैं मुस्कुरा दिया और बोला- मुझे शर्म आती है … मैं ऐसे ही सो जाता हूँ.</p>
<p>तब भैया ने कहा- शर्म कैसी, हम दोनों तो लड़के हैं.<br>मैंने कहा- नहीं, मैं ऐसे ही सो जाऊंगा.<br>उन्होंने कहा- ठीक है.</p>
<p>रात के 11:00 बज चुके थे. अब उन्होंने लाइट ऑफ कर दी.<br>हम दोनों घर पर अकेले ही थे … बाकी सब शादी में थे.</p>
<p>तो हम दोनों बातें कर रहे थे और बातों बातों में राहुल भैया ने मुझसे कहा- प्रॉमिस करो, जो कुछ भी कभी भी हमारे बीच बातें होती हैं … वह तुम किसी को नहीं बताओगे.<br><br>तो मैंने भी उन्हें प्रॉमिस कर दिया और कहा- मैं कभी किसी को कोई भी हमारे बीच की बात नहीं बताऊंगा.</p>
<p>हम दोनों साथ में सोए हुए थे और भैया मुझे बार-बार किस कर रहे थे. भैया मुझे हमेशा किस करते रहते हैं … तो मुझे कुछ नहीं पता था कि मेरे साथ आगे क्या होने वाला है.</p>
<p>मैंने कहा- भैया मुझे अब नींद नहीं आ रही है.<br><br>भैया ने कहा- हां अब तुमको बड़ी वाली लॉलीपॉप चूसनी है न, इसीलिए फिर नींद नहीं आ रही है. तुम्हें मेरी लॉलीपॉप चूस कर मस्त नींद आ जाएगी.</p>
<p>मैंने कहा- भैया ऐसी भी कोई लॉलीपॉप होती है … जिसे चूसने के बाद है मस्त नींद आ जाती है!<br><br>भैया ने कहा- हां ऐसी यह बड़ी वाली लॉलीपॉप होती है जिसे चूस कर तुम्हें बहुत अच्छी नींद आएगी.</p>
<p>तब मैंने कहा- फिर तो भैया मुझे जल्दी से लॉलीपॉप दे दो.<br>भैया ने मुझसे कहा- लॉलीपॉप को तुम्हें मुँह में लेकर आगे पीछे करना है और करते रहना है, जब तक इसमें से दूध नहीं निकल जाता.</p>
<p>मैंने कहा- इस लॉलीपॉप में से दूध भी निकलता है?<br>उन्होंने कहा- हां इसमें से दूध निकलता है और वह दूध तुम्हें पीना है, जिससे तुम्हें नींद आ जाएगी.<br>मैंने कहा- ओके.</p>
<p>उन्होंने मुझसे फिर से कहा- तुम प्रॉमिस करो कि यह सब बातें जो हमारे बीच हो रही हैं, वह किसी से नहीं कहोगे वरना कभी भी मैं तुम्हारे साथ नहीं बोलूंगा … और ना ही कभी भी तुम्हें चीज दिलाऊंगा.<br>मैंने कहा- ओके भैया प्रॉमिस किसी से नहीं कहूंगा.</p>
<p>अब उन्होंने मुझसे कहा- तुम्हें यह लॉलीपॉप केवल चूसनी है … खानी नहीं है न दांत से दबानी है, इसे चूसने के बाद इसमें से अपने आप दूध निकल आएगा. वह सारा दूध तुम्हें सारा पी जाना है, जिससे तुम्हें अच्छी नींद आ जाएगी ओके.</p>
<p>मैंने कहा- ओके भैया … अब लाइट जला लो.<br>उन्होंने कहा- तुम्हें यह लॉलीपॉप केवल अंधेरे में ही चूसनी है. क्योंकि यह लॉलीपॉप रोशनी में खराब हो जाती है इसीलिए अंधेरे में चूसनी पड़ेगी.</p>
<p>मैंने कहा- ओके भैया.</p>
<p>अब भैया बेड से खड़े हुए और मेरे लिए लॉलीपॉप लाने लगे.</p>
<p>थोड़ी देर में भैया वापस बेड पर आ गए. भैया ने मुझे बेड पर बैठने के लिए कहा.</p>
<p>मैं बैठ गया और भैया खड़े हो गए. उन्होंने मेरी आंख पर एक पट्टी बांध दी.</p>
<p>मैंने कहा- भैया आप मेरी आंखों पर पट्टी क्यों बांध रहे हैं?<br>भैया ने कहा- यही तो उस लॉलीपॉप का रहस्य है. तुम बस अपने हाथ से उस लॉलीपॉप को पकड़ कर चूसना; तुम्हें वो बहुत मुलायम लगेगी.</p>
<p>मैंने हामी भर दी.</p>
<p>भैया ने मेरी आंख बंद करने के बाद मेरे दोनों हाथों को पकड़ लिया और हाथ पकड़ कर लॉलीपॉप पर लगवा दिए.</p>
<p>मैंने उस लॉलीपॉप को पकड़ा, तो मैंने कहा- ये तो बड़ी गीली लग रही है.</p>
<p>भैया ने अपनी उस लॉलीपॉप पर कुछ चिपचिपा सा लगा रखा था.</p>
<p>भैया मदभरी आवाज में बोले- हां मेरी रवीना डार्लिंग, यही तो वो बड़ी वाली लॉलीपॉप है, जिसे तुमने मुँह में लेकर आगे पीछे करके चूसना है.</p>
<p>मैंने हाथ से बड़ी वाली लॉलीपॉप को जीभ से स्पर्श करते हुए कहा- भैया यह तो बहुत बड़ी है … यह मेरे मुँह में नहीं आएगी. मगर बड़ी मीठी लग रही है. बिल्कुल चॉकलेट जैसा स्वाद आ रहा है.</p>
<p>भैया ने अपनी इस लॉलीपॉप पर लिक्विड चॉकलेट लगा रखी थी. भैया ने कहा- हां तुम इसे अपने मुँह में धीरे-धीरे लो. ये पूरी अन्दर चली जाएगी … तुम शुरू तो करो.<br><br>मैंने कहा- ओके भैया.</p>
<p>उस समय मुझे कुछ नहीं पता था कि मेरे साथ क्या हो रहा है.<br>भैया की लॉलीपॉप बहुत ही ज्यादा मोटी और बड़ी थी, जो मेरे मुँह में नहीं जा रही थी. मैंने बहुत कोशिश की, पर नहीं गई.</p>
<p>मैंने भैया से कहा- यह तो बहुत बड़ी है और मेरे मुँह में नहीं जा रही है.<br>भैया ने मेरा सर पकड़ लिया और कहा- अब तू चूस!</p>
<p>बस भैया ने जोर से झटका मारा और लॉलीपॉप का आगे वाला हिस्सा मेरे मुँह में चला गया, जिससे मेरा मुँह में दर्द होने लगा.</p>
<p>इस पर मैंने जल्दी से अपने आपको अलग किया और भैया से कहा- मेरा मुँह दर्द हो रहा है.<br>भैया ने मुझसे कहा- कुछ नहीं होगा … जब इसमें से दवाई जैसी दूध मलाई निकलेगी, तब सब कुछ ठीक हो जाएगा. थोड़ा सा दर्द तुम्हें सहन करना होगा.</p>
<p>यह कहकर उन्होंने दुबारा मेरा सिर पकड़ लिया और अपने लॉलीपॉप को मेरे मुँह में लगा दिया.<br>मैं लॉलीपॉप चूसने लगा.</p>
<p>तभी भैया ने फिर से झटका मारा और लॉलीपॉप का आगे वाला हिस्सा मेरे मुँह में चला गया. इस बार उन्होंने मुझे नहीं छोड़ा और उसी पोजीशन पर खड़े रहे<br><br>फिर धीरे-धीरे जैसे मेरा दर्द कम हुआ तो उन्होंने मुझसे कहा- अब तुम इसे अपने आप आगे पीछे करके चूसो.</p>
<p>उस समय भैया के लॉलीपॉप की लंबाई लगभग 8 इंच थी और मोटाई 3 इंच थी.</p>
<p>अब मैं भैया का लॉलीपॉप आगे पीछे करके चूस रहा था … पर इनका बड़ा वाला लॉलीपॉप मेरे मुँह में अन्दर नहीं जा रहा था.<br>तो भैया ने मेरा सिर पकड़ के जोर से झटके मारे, जिससे लगभग 2 इंच के तकरीबन लॉलीपॉप मेरे मुँह में घुस गया होगा.</p>
<p>भैया जोर-जोर से मुँह से लॉलीपॉप आगे पीछे कर रहे थे और मैं रो रहा था क्योंकि मेरा मुँह दुख रहा था. पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया … वह जोर-जोर से लगे हुए थे.</p>
<p>फिर करीब 5 मिनट तक भैया ने मुझे लॉलीपॉप जोर-जोर से चुसाया और लॉलीपॉप का सारा दूध मेरे मुँह में आगे तक डाल दिया, जिससे वो मेरे मुँह से बाहर न आए.</p>
<p>मुझे लॉलीपॉप का सारा दूध पीना पड़ा.</p>
<p>एक मिनट बाद मैं लॉलीपॉप का दूध पी चुका था. तो उन्होंने अपने लॉलीपॉप को निकाल लिया और कहा- कैसा लगा दूध?</p>
<p>मैं रो रहा था, तो भैया ने मुझे मनाने के लिए चॉकलेट दी … पर मेरे मुँह अभी भी दर्द हो रहा था.</p>
<p>भैया ने मुझे किस किया और कहा- सब ठीक हो जाएगा. अब आगे से कोई दिक्कत नहीं होगी … जब भी तुम बड़ी वाली लॉलीपॉप चूसोगे.<br>मैंने कहा- अब मैं इस लॉलीपॉप को कभी नहीं चूसूंगा.</p>
<p>इस पर उन्होंने मुझे फिर से किस किया और कहा- नहीं मेरी जान, तुम्हें आगे से कभी दर्द नहीं होगा, यह पहली बार ही होता है … तुम्हें आगे अपने आप मजा आएगा. तुम मुझे बताओ तुम्हें दूध कैसा लगा?</p>
<p>मैंने कहा- भैया मुझे पता ही नहीं लगा लॉलीपॉप मेरे गले में थी और सारा दूध भी सीधा वहीं चला गया. मुझे टेस्ट नहीं पता चला.<br>तो भैया ने कहा- नेक्स्ट टाइम तुम्हें जरूर टेस्ट करवाउंगा.<br>मैंने कहा ओके.</p>
<p>भैया ने फिर मुझे किस किया.</p>
<p>अब भैया ने मुझे कहा- तुम सो जाओ अब तुम मजेदार नींद आएगी.<br>मैं सो गया और भैया भी सो गए.</p>
<p>दोस्तो, यह थी मेरी पहली गे स्टोरी.<br>आगे मैं बताऊंगा कि भैया ने मेरे साथ क्या क्या मजे किये और उनके बाद उनके दो दोस्तों ने भी मुझे लॉलीपॉप का दूध चुसाया.</p>
<p>आप मेरी इस कहानी जिसमें मैंने लंड चूसा. पर अपने कमेंट जरूर भेजें.</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3536" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3536" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%b2%e0%a5%89%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%89%e0%a4%aa-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%88/">लॉलीपॉप चूस के रसमलाई खाई</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<title>ऑफिस की पिकनिक में मिली दोस्त की चुत</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 15 May 2025 05:24:14 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[ऑफिस (Office)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>ऑफिस गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं office के काम से बंगलूरु गया तो मेरी मुलाक़ात एक पुरानी सहयोगी से हुई. उसने कैसे मुझे</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>ऑफिस गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं office के काम से बंगलूरु गया तो मेरी मुलाक़ात एक पुरानी सहयोगी से हुई. उसने कैसे मुझे सेक्स के लिए उकसाया.<br><br>ये ऑफिस गर्ल सेक्स स्टोरी तब की है, जब मैं किसी काम से बैंगलोर गया हुआ था. वहां ऑफिस में एक ज़रूरी काम था. मुझे वहां दो रात रुकना था.</p>
<p>मैं ऑफिस में गया, तो मेरा काम पहले दिन में ही निपट गया था.<br>इस काम के दौरान वहां मैं एक औरत से मिला था. वो पहले हमारी टीम में हुआ करती थी. उससे हमेशा फ़ोन पर बात हुई थी मगर मैं कभी मिला नहीं था.</p>
<p>मेरी उससे बातचीत शुरू हुई, तो उसने बताया कि वो तलाकशुदा है.</p>
<p>काफी देर तक बात हुई मगर इस बातचीत तक मेरा उससे कुछ सैट नहीं हुआ था. वो मुझे चोदने लायक माल तो लगा था, मगर मैं उसकी मर्जी के खिलाफ कैसे कुछ कर सकता था.</p>
<p>जब उसको पता लगा कि मैं अकेला आया हूँ, तो उसने मुझे अपने दोस्तों के साथ एक रेस्तरां में खाने पर बुलाया.</p>
<p>मैंने इसे औपचारिक निमंत्रण माना और चला गया. उधर हमारी और भी अच्छे माहौल में बात हुई.</p>
<p>खाने के बाद रात में उसने कहा कि चलो मैं तुम्हें तुम्हारे होटल में ड्राप कर देती हूँ.</p>
<p>हम दोनों होटल आए, तो मैंने उसे ऑफर किया कि यदि तुम चाहो तो ड्रिंक एन्जॉय कर सकती हो.<br>वो ड्रिंक करती थी, तो उसने हां कर दी.</p>
<p>मन बन जाने के बाद वहां के बार में हम दोनों बैठ गए. वो कुछ ज़्यादा ही बड़े बड़े पैग ले रही थी.</p>
<p>मैंने उसे टोकते हुए कहा- तुम्हें घर भी जाना है.<br>उसने कहा कि मैं घर पर ज़्यादातर अकेली ही पीती हूँ. अगर तुम्हें मेरी कंपनी पसंद नहीं, तो मैं चली जाती हूँ.<br>मैंने कहा- नहीं … ऐसी बात नहीं है.</p>
<p>पांच पैग पीने के बाद उसकी हालत चलने लायक नहीं रह गई थी.</p>
<p>उसने कहा- आज ज्यादा हो गई है, मैं अब घर नहीं जाना चाहती.<br>मैं उसे मना भी नहीं कर सकता था.<br>मुझे लगा कि ये बात तो सही नहीं है. गाड़ी चलाते समय कुछ गड़बड़ भी हो सकती है. मेरे सामने उसे अपने कमरे में रुक जाने की कहने के अलावा और कोई चारा भी नहीं था.</p>
<p>हम दोनों ऊपर मेरे कमरे में आ गए. वो जाकर मेरे बेड पर लेट गयी.</p>
<p>नशे में शायद वो अपने पुराने पति को याद कर रही थी और कुछ बुदबुदा रही थी.</p>
<p>मैं काउच पर जाकर लेट गया. मुझे नशा हो रहा था, तो मेरी आंखें मुंद गईं. थोड़ी देर में मुझे एहसास हुआ कि काउच में कुछ हलचल हो रही है.</p>
<p>मैंने देखा तो वो मेरे पास आने को हो रही थी.<br>मैं समझ गया कि इसके मन की वासना अंगड़ाई ले रही है. मैंने उससे कहा- अभी नहीं … तुम होश में नहीं हो.</p>
<p>मगर वो मानी ही नहीं. फिर मैंने भी उसे अपने आगोश में ले लिया.<br>धीरे धीरे हम एक दूसरे को प्यार से सहलाने लगे.</p>
<p>अब हम दोनों के बीच हवस का सिलसिला चालू हुआ. मैंने उसके जिस्म से अपने हिस्से का सारा रस चूसना चालू कर दिया था.</p>
<p>वो भी ऐसे लगी थी कि जैसे ये चीज आज के बाद मुझे मिलेगी ही नहीं.<br>उसके होंठों से बाहर आता हुआ उसकी लार मुझे और भी उत्तेजित किए जा रही थी.<br>उत्तेजना होती भी क्यों नहीं, उसकी लार में शराब जो मिली थी.</p>
<p>करीब दस मिनट तक एक दूसरे को चूसने के बाद मैंने उसकी ब्रा का हुक खोला, तो बाकी के दो हुक झटके से ही खुल गए. हुक खुले तो एकदम से उसके एक एक किलो के मुम्मे बाहर उछल आए.</p>
<p>एकदम परफक्ट शेप वाले मुम्मे थे, मेरा नशा बढ़ गया और मैं एक को पक्स कर चूसने लगा, दूसरे को मैंने हाथ के हथेली में भर कर मसलना चालू कर दिया.</p>
<p>मम्मों के साथ मस्ती चालू हुई, तो उसके अन्दर की चुदास भी बढ़ गयी. वो अपने हाथ से अपने दूध पकड़ पकड़ कर पिलाने लगी.</p>
<p>कुछ देर के बाद मैंने उसे अपने नीचे लिटा लिया और लंड पर कंडोम चढ़ा लिया.<br>वो बड़े बहशियाना भाव से मेरे लौड़े को देख रही थी और हाथ से पकड़ने की कोशिश कर रही थी.</p>
<p>कंडोम चढ़ाने के बाद मैंने उसकी चुत को बड़े प्यार से हाथ से सहलाया.<br>इससे उसकी सिसकारी बढ़ती जा रही थी.</p>
<p>वो शायद बहुत टाइम से चुदाई की भूखी थी. इसीलिए उसको ये और भी मस्त लग रहा था.</p>
<p>मैंने अपने लंड को उसकी चुत के छोटे से छेद में जैसे ही प्रवेश करवाया. उसने दर्द की अधिकता से मेरे हाथों पर अपने नाखून गड़ा दिए.<br>मैंने बिना रुके पहले तो दस से बारह झटके जोर जोर से ऐसे लगा दिए जैसे वो कोई औरत नहीं … सेक्स डॉल हो.</p>
<p>कुछ देर बाद उसको ये सब पसंद आने लगा था. अब वो अपनी टांगें हवा में उठाए हुए लंड चुत में ले रही थी.</p>
<p>उसके बाद मैंने स्पीड धीरे धीरे कम कर दी. वो पूरे मज़े लेकर मुझसे चुदवा रही थी.<br>उसके अन्दर काफी दिनों की भूख जमा थी.</p>
<p>मैंने उत्तेजना में उसको कई चांटे भी लगाए … मगर वो इसके मजे ले रही थी और प्यार से चुदने में मेरा साथ दिए जा रही थी.<br>उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर में कैंची लगा कर जकड़ बढ़ा दी और ‘हुम्म हां हां ..’ करके चुदवाती रही.</p>
<p>कुछ देर बाद मैंने उसको फिर प्यार से चूसना चालू कर दिया. उसके काले काले निप्पल मैंने बहुत देर रगड़ते हुए चूसे.<br>कभी अपनी जीभ से निप्पल चाटने लगता, तो कभी दांतों से पकड़ कर खींच लेता. कभी उनको मसल देता … कभी उंगलियों से पकड़ कर मरोड़ देता.</p>
<p>इस सबसे उसकी चीख निकल जाती.</p>
<p>फिर मैंने उसे घोड़ी बना दिया और चोदते वक़्त उसके चूतड़ों को झापड़ मार मार कर इतने लाल कर दिए कि अब उसको वहां हाथ लगाने में भी दर्द हो रहा था.<br>काफी देर तक चुदाई का ये खेल खेलने के बाद हम दोनों झड़ गए और कब सो गए … पता ही चला.</p>
<p>सुबह आंख खुली, तो पता लगा मेरे लंड पर कुछ हलचल हो रही है.<br>वो सुबह सुबह ही मेरा लंड चूस रही थी.</p>
<p>ये लंड चुसाई वाली फीलिंग मिलना सपना ही था. मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था. सुबह सुबह उसका नंगा और गोरा शरीर एकदम चांदी सा चमक रहा था.</p>
<p>अब बारी थी मेरी … मैंने उसे उठा कर बिस्तर पर उल्टा लिटा दिया. उसके हाथ कसके पीछे पकड़े और उसके बाल खींच कर उसका मुँह उठा दिया.</p>
<p>मैंने उसके कान में कहा- अकेले अकेले मज़े नहीं ले सकती हो. तुमको सुबह सुबह मेरे जानवर को जगाने का अंजाम तो भुगतना ही पड़ेगा. तुम्हारे इस जिस्म में बहुत मांस है और मैं सिर्फ यही मांस पसंद करता हूँ. आज मेरा नाश्ता तुम बनोगी.<br>वो हंस दी.</p>
<p>मैंने भी सीधे उसकी गांड में उंगली डाल दी ताकि उसकी गहरायी पता लग पाए.</p>
<p>उंगली से वो मचल गयी … मगर वो पूरी तरह से मेरे कब्ज़े में थी.<br>मैंने उसके कंधे पर जोर से काटा और उसके मुँह अपने हाथों से दबा कर अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर लगा दिया.</p>
<p>वो मुँह से कुछ नहीं बोल पा रही थी. मगर छटपटा रही थी. मैंने धीरे धीरे उसकी गांड में अपना लंड डाला. आधे लंड में ही उसकी चीख निकल गयी और उसने जोर से मेरी उंगली काट ली.</p>
<p>साली ने बहुत जोर से काटा था … मेरी उंगली से खून निकलने लगा था. मगर उस टाइम मुझे ये सब होश कहां था.</p>
<p>मैंने उसकी गांड तब तक मारी, जब तक वो बेहाल नहीं हो गयी.<br>बाद में उसके बगल में लेट कर बड़ी देर तक मैंने उससे अपना लंड चुसवाया.</p>
<p>हमने सुबह के पांच बजे ये सब चालू किया था. हर आधे घंटे में उसने मेरा लंड चूसा. मैं उसकी चूत चुदाई करता फिर लंड चुसवाता. फिर मैं दुबारा से उसकी गांड में उंगली करने लगता. उसने भी बड़ी मस्ती से अपने मुम्मे चुसवाए.</p>
<p>हम दोनों को ये सब करते करते दोपहर के बारह बज गए थे. इस बीच हम दोनों ने नाश्ते में सिर्फ चाय और ब्रेड टोस्ट ही लिए थे.<br>एक बार हम दोनों ही फ्रेश हो गए थे.</p>
<p>बारह बजे के बाद मुझे लगा अब वो नहा-धोकर अपने घर चली जाएगी. मगर शॉवर में जाने के बाद उसने मुझे फिर अन्दर बुला लिया और अपनी चूत चाटने के लिए बोलने लगी.</p>
<p>वो बाथरूम में नीचे फर्श पर लेट गयी और मुझसे चूत चटवाने लगी.<br>मैंने फिर से करीब आधे घंटे उसे शॉवर में रख कर चोदा.</p>
<p>नहा-धोकर जब हम दोनों बाथरूम से बाहर निकले, तो वो बोली- तुम यहां कब तक हो?<br>मैंने कहा- बस आज रात और हूँ. मेरी सुबह की फ्लाइट है.</p>
<p>वो मुझे बाय कहकर वहां से निकल गयी.</p>
<p>उसका शाम को फिर से फ़ोन आया और मुझे घर पर आने के लिए कहने लगी.<br>मैं काम से थका हुआ था … तो मैंने जाने से मना कर दिया और होटल में अपने कमरे में बैठकर पीने लगा.</p>
<p>थोड़ी ही देर में दरवाज़े पर दस्तक हुई … मैंने अन्दर आने का कहा, तो वो ही थी.<br>हम एक दूसरे को देखकर मुस्कुराए. हम कुछ देर बैठ कर बात करते रहे और साथ में पीते भी रहे.</p>
<p>थोड़ी देर में वो मुझे घूर कर देखने लगी. फिर से मौका आ गया था कि सब कुछ फिर से होना तय ही गया था.</p>
<p>वो मेरी गोद में आकर बैठ गई और मेरी गले में अपनी बांहें डाल दीं.<br>उसका बदन तप रहा था. शायद सुबह से अब तक उसकी चुत की भूख फिर जाग चुकी थी.</p>
<p>वो उस रात का कोई भी पल बर्बाद नहीं करना चाहती थी.<br>उसने मेरे होंठों से अपने होंठों को लगाया और बेतहाशा चूसने लगी.</p>
<p>मैंने भी उसके बदन पर कपड़ों के ऊपर से ही हर जगह हाथ फिराया और कसके उसके निप्पल मसल दिए.<br>उसने दर्द से कराहते हुए मेरे हाथों को ऐसा करने से रोका.</p>
<p>मैंने कहा- तुम अपने मन की करो और मुझे अपना काम करने दो. हां निशान नहीं बनेंगे, वो मैं देख लूंगा.</p>
<p>फिर तो मैंने उसके मम्मों को ऐसे चूसा, जैसे गर्मी में कोई पहली बार गूदे वाला आम खा रहा हो.</p>
<p>जब आई थी, तो उस समय तो मेरा मन हुआ कि दो चार धक्के मारके इसे वापस भेज दूँगा. क्योंकि मैं थक गया था.<br>मगर उसकी जवानी को देखते हुए मुझे लग नहीं रहा था कि ये मुझे आसानी से छोड़ेगी.</p>
<p>बरहराल मैंने उसकी चूत पर हाथ लगाया और देखा कि आज वहां कोई बाल नहीं था. उसने सुबह से अब तक मैं झांटें शेव कर ली थीं. मतलब की वो पक्का थी कि मेरे से मिलेगी ही.</p>
<p>मैंने उसे लिटा दिया और उसकी चूत में अपनी जीभ लगा दी.<br>मैं जितनी अन्दर जीभ डाल सकता, डाल कर उसकी चुत को मस्त चूसा.<br>वो सिसक सिसक कर आहें भरे जा रही थी.<br>उसकी कामुक आवाजों से मेरी कामोत्तेजना बढ़ती जा रही थी.</p>
<p>थोड़ी ही देर में मैं मस्त हो चुका था. अब बारी आ गई थी उसकी चूत मारने की. मैंने लंड पर कंडोम पहना.</p>
<p>इतने में वो मेरे सामने घोड़ी बन गयी. मैंने उसके चूत के छेद में डालने की कोशिश की, मगर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी गांड के छेद में लगा दिया.<br>मुझे कोई दिक्कत नहीं थी.</p>
<p>मगर इस बार वो अपने बैग में वैसलीन लायी थी. मैंने थोड़ी सी वैसलीन उसकी गांड के छेद पर लगा दी.<br>उसने छेद बिल्कुल टाइट कर लिया था. लंड एक बार में अन्दर गया ही नहीं.</p>
<p>उसके बाद मैंने बाहर निकाल कर थोड़ा सा ऊपर करके अन्दर दबाया और तेजी से घुसा दिया. इसके साथ ही वो उछल कर आगे को हो गयी.</p>
<p>मैंने कमर पकड़ कर कहा- इतना आसान नहीं होता है.<br>मगर वो बोली- नहीं, मुझे गांड में ही करवाना है.</p>
<p>मैंने इस बार फिर उसके हाथ फंसा लिए और बाल पकड़ कर उसके मुँह में उसकी ब्रा ठूंस दी. उसके बाद एक झटके में आधा लंड गांड में पेला ही था कि वो जोर से चिल्ला पड़ी. उसकी उस चीख ने मुझे और उत्तेजित कर दिया. मैंने जानवरों की तरह उसकी गांड जोरों से मारी.</p>
<p>दस मिनट तक गांड मारने के बाद मैंने लंडरस कंडोम में निकाला और अलग हो गया.</p>
<p>उसे अलग किया, तो वो वाशरूम में चली गयी.<br>मैं सोने को होने लगा.</p>
<p>वो आकर मेरे बगल में लेटी और मेरा मुँह अपने मम्मों के बीच दबा दिया.</p>
<p>उसके बाद वो रजाई में अन्दर नीचे चली गयी और मेरा लंड चूसने लगी.<br>इतनी थकान के बाद चाहे आपने कितनी ही चूत या गांड मारी हो, जब लंड को ये सब मिलता है, तो वो एक बार अपना फाइनल वार करता ही है.</p>
<p>मैंने उसे अपने ऊपर बिठा लिया और फिर से उसकी चूत मारने लगा.</p>
<p>उस रात में चार बार उसकी चुदाई करने के बाद मैं सो गया और वो भी पता नहीं कब मेरा लंड चूसती हुई कब सो गयी, पता ही नहीं चला.</p>
<p>सुबह मैं समय पर उठा. वो सो रही थी मैंने एक लैटर लिख कर रख दिया कि मेरी फ्लाइट थी, इसलिए मैं जा रहा हूँ होटल के काउंटर पर पेमेंट करके निकल जाऊंगा. तुमसे फोन पर बात करूंगा.</p>
<p>इतना करके मैं वापस घर आ गया.</p>
<p>बाद में उसका फोन आया, तो हम दोनों ने फ़ोन पर बहुत देर बात की.</p>
<p>अब मेरी उससे सेक्स चैट होने लगी थी.</p>
<p>ऐसे में एक बार हम दोनों का कोलकाता जाना हुआ.<br>मगर इस बार मैं कोलकाता अपनी एक बंदी के साथ गया था. उसको भी पता लग गया कि मैं वहां हूँ. वो मुझे मिलने के लिए फोन पर बोलने लगी.</p>
<p>उससे बात हुई तो मेरे दिमाग में कुछ फिल्मी करने का मन हो गया था. मैंने उससे मिलने के लिए हामी भर दी.</p>
<p>उस रात मज़ा लेने के लिए प्लान बनाया. बारिश होने लगी थी, तो गाड़ी में ही ड्रिंक ले ली.</p>
<p>दारू के नशे में मुझे उसका वो प्यारा सा चेहरा नजर आने लगा. उसके वो मुम्मे, जिनका नाप मेरे हाथों ने पूरी मस्ती से लिया था, वो भुलाया ही नहीं जा रहा था.</p>
<p>गाड़ी में ही मैंने उसे उसके होटल से ले लिया. वो अन्दर आई तो मैंने उसे प्यार से अपनी बांहों में ले लिया.<br>हम दोनों मेरे होटल की तरफ निकल आए.</p>
<p>होटल से कुछ पहले मेरी नज़र उसकी टी- शर्ट पर पड़ी. उसने रात में पहनने वाली ढीली सी टी-शर्ट पहन रखी थी. उसकी इस टी-शर्ट में से मुझे उसके मुम्मे नज़र आ गए.</p>
<p>मैंने अपने दिमाग को बहुत समझाया कि अभी नहीं … अभी नहीं. मगर इतने में उसने मेरी साइड वाले दरवाज़े से बोतल निकालने की कोशिश की. इस कोशिश में उसके मुम्मे मेरे मुँह को छूते हुए निकले तो साली ने खुद ही झुक कर अपने मम्मे मेरे चेहरे पर रगड़ दिए.</p>
<p>मुझसे रहा ही न गया और मैंने एक हाथ को उसके मम्मों पर रख दिया. बस अब काम खराब हो गया था.</p>
<p>मैंने उसके मुम्मे को छोड़ा ही नहीं. वो हंसने लगी और हाथ हटाने के लिए कहने लगी. मैंने भी आव देखा न ताव, उसे वहीं जकड़ लिया.</p>
<p>वो बोली- क्या सोच रहे हो?<br>मैंने बोला- गाड़ी यहीं अंधेरे में साइड लगा रहा हूँ.</p>
<p>वो नाटक करने लगी.<br>मैंने कहा- अब तो यहां ही करना पड़ेगा. इतना सब्र नहीं है मुझमें.</p>
<p>वो बहुत ढीली पड़ गयी और मेरे पास आ गयी.<br>मैंने उसके मुम्मे कसके दबाये और उसे मम्मों के बल अपने पास खींच लिया. आराम से उसके जिस्म के हर अंग को नापा … अपनी जीभ से चखा. हर मादक अंग का स्वाद लिया.</p>
<p>फिर बारी आयी उसकी चूत का काम करने की. मैंने अपनी सीट पीछे करके लिटा दी और उसको नीचे लिटा दिया.<br>उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया. धकापेल चुदाई शुरू हो गई.</p>
<p>मैंने चुदाई के दौरान अपने दांतों के कई निशान उसके जिस्म पर बना दिए थे.</p>
<p>इससे वो मेरे जाने के बाद मुझे याद करके आहें भरने वाली थी. साथ ही अपने जिस्म को देखकर वो मुझे कोसने भी वाली थी.</p>
<p>पूरे दो घंटे मेरे साथ अपनी प्यास मिटाने के बाद वो जाने के लिए कहने लगी. उसने मुझे होटल छोड़ने को कहा.</p>
<p>इसके बाद हमें बहुत टाइम बाद मिलना था. मैंने होटल की पार्किंग में गाड़ी लगा दी और थोड़ी देर उसके होंठों को चूसा.</p>
<p>उससे अपना लंड भी चुसवाया. जाने का उसका मन भी नहीं था और मेरा भी नहीं था … मगर मुझे तो ऊपर होटल में जाकर अपनी वाली के साथ भी शिफ्ट लगानी थी.</p>
<p>मैं वहां से चला गया और वो भी अपने कमरे में जाकर सो गयी.</p>
<p>चुदाई की कहानी कल भी चलने वाली थी. इस ऑफिस गर्ल सेक्स स्टोरी में थ्री-सम सेक्स कहानी का मजा भी आया था, जिसे आपकी इच्छा पर मैं लिखूंगा. आप कमेंट करें.</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3533" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3533" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%91%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a5%8b/">ऑफिस की पिकनिक में मिली दोस्त की चुत</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<title>नौकरी के लिए बोस की चूत को चोद दिया</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 08 May 2025 04:57:46 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[बॉस (Boss)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>हेलो दोस्तों मैं आभा सिंह, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “बॉस ने बोला पहले मेरी pyasi chut</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a/">नौकरी के लिए बोस की चूत को चोद दिया</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>हेलो दोस्तों मैं आभा सिंह, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “बॉस ने बोला पहले मेरी pyasi chut को शांत करो तब नौकरी मिलेगी” यह कहानी कबीर की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।</p>
<p>मैं हू कबीर, 22 साल का उत्तराखंड मैं रहता हूं और अभी मेरी ग्रेजुएशन पूरी हो गई है और मैं जॉब के लिए ढूंढ रहा हूं।</p>
<p>ये जो कहानी है मैं आपको बता रहा हूँ वो जून है, यही है।</p>
<p>मैंने कई कंपनी में अपना सीवी दिया है और कई वेबसाइटों पर भी सबमिट किया है।</p>
<p>मुझे कुछ दिन पहले एक लड़की ने फ़ोन किया नीलम के नाम से और कहा कि उन्होंने मेरा सीवी देखा है</p>
<p>वो और मेरी उनकी ज़रूरतें पूरी तरह से सही हैं।</p>
<p>और उनको कहा कि वो मेरी फोटो देखना चाहते हैं और उन्हें अपना ईमेल एड्रेस दिया और मैंने तभी ही उनके ईमेल एड्रेस पर अपनी फोटो भेज दी। pyasi chut</p>
<p>उन्होंने मेरी फोटो देख लिया पर कुछ भी रिप्लाई नहीं किया।</p>
<p>तो मैंने खुद उनको अगले दिन कॉल किया और पूछा के मैम आपको मैंने अपनी सीवी और फोटो भेजी थी पर आपने कुछ भी रिप्लाई नहीं किया जॉब के लिए और मुझे बहुत जरूरी है जॉब के लिए क्यू के मुझे पैसे चाहिए थे मेरे लिए।</p>
<p>उन्होंने कहा कि वो आज ही मुझे कॉल करने वाले थे और वो मेरा स्काइप पर इंटरव्यू लेंगे,</p>
<p>फिर उसके बाद जॉब मिलेगी या नहीं वो बताएंगे, pyasi chut</p>
<p>तो मैंने कहा ठीक है और फिर हम स्काइप पर चैट और वीडियो कॉलिंग करेंगे और वो मेरा इंटरव्यू लेंगे।</p>
<p>इंटरव्यू में नौकरी से संबंधित ज्यादा सवाल नहीं पूछे जाएंगे लेकिन व्यक्तिगत सवाल ज्यादा पूछे जाएंगे</p>
<p>जैसे कोई गर्लफ्रेंड है क्या?</p>
<p>डेली आप क्या करते हो? pyasi chut</p>
<p>अगर आपको कोई प्रपोज करेगा तो आप क्या कहोगे</p>
<p>और सब यहीं बोलेंगे अगर आप मेरे अधीन नौकरी करना चाहते हैं।</p>
<p>फिर मुझे आपको बहुत अच्छी तरह से समझना होगा कि मेरे साथ अब तुम एक दोस्त के तरह ही रहो और ना ही एक कर्मचारी के तरह रहो और फिर उन्हें अपने बारे में बताना शुरू करो कि उनकी फैमिली ऐसी है, उनके पति एचआर मैनेजर हैं, लंदन में रहते हैं।</p>
<p>और यहां से कोई अगर कर्मचारी चाहिए उन्हें उत्तराखंड से बुलाए pyasi chut</p>
<p>वो और उसके लिए नीलम जी ही सब इंटरव्यू लेती हैं पर इस बार वो खुद के लिए ही एक काम करने वाला ढूंढ रही हैं।</p>
<p>फिर इंटरव्यू के बहाने ऐसे ही 2-3 दिन स्काइप पर वीडियो कॉलिंग होती रही पर उन्हें मुझे कभी भी ये नहीं बताया कि मुझे क्या काम करना है?</p>
<p>व्हाट्सएप पर भी चैटिंग होती थी</p>
<p>खाली समय में और फिर अंत में वह मुझे रविवार को घर पर बुलाती है</p>
<p>और बोली कि अब तुम्हें नौकरी देना चाहती हूं pyasi chut</p>
<p>और तुम हमें काबिल लगते हो मुझे और समय और स्थान बतादिया कि यहां दिन में सुबह 9 बजे आना है।</p>
<p>अब वो मेरी बॉस ही नहीं बल्कि एक अच्छी सहेली भी बन गई थी।</p>
<p>तो मैं उनके घर कुछ मिठाइयाँ और आइसक्रीम लेकर गया।</p>
<p>मैं जब पहनचा उनके घर तो वो सिर्फ नहाकर ऐ थे</p>
<p>अपने खुले और कच्चे बालों के साथ एकदम सफेद रंग का सूट पहन कर। pyasi chut</p>
<p>पहले तो उन्हें सिर्फ स्काइप पर वीडियो कॉलिंग करते समय देखा था</p>
<p>पर अब सामने देख कर काफी खुशी हुई और वो बहुत गोरी थी,</p>
<p>वाह जाने के बाद वो काफी खुश हुई मुझे देख कर।</p>
<p>कुछ देर बातें करने के बाद वो अपना लैपटॉप लाए और फिर यूट्यूब पर मजेदार वीडियो दिखाने लगे वो pyasi chut</p>
<p>उनका प्लान सेट था कि कुछ ना कुछ करके कोई ना कोई 18+ वीडियो मेरे सामने लाएं और मेरा भी ध्यान अब लैपटॉप पर नहीं बलके उनके एसेट्स पर था। ये कहानी आप हमारी वाइल्ड फैंटेसी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।</p>
<p>फिर वैसे ही वीडियो देखते देखते कोई पति अपनी पत्नी के लिए एक प्रेम गीत समर्पित कर रहा है</p>
<p>और विवाह के वीडियो आने लगे तो फिर मैंने पूछा उनसे और उनकी शादी कब हुई और उनके पति रोमांटिक हैं या नहीं,</p>
<p>उनको शादी के 5 साल बाद भी कोई बचे क्यों नहीं है? pyasi chut</p>
<p>नीलम जी का थोड़ा सा मूड खराब हो गया और वो बोली कि उनके पति बिल्कुल भी रोमांटिक नहीं हैं,</p>
<p>वो सिर्फ अपनी नौकरी पर ही ध्यान देते हैं,</p>
<p>और उनको बच्चे भी अच्छे नहीं लगते इसलिए वो नीलम जी से भी दूर ही रहते और बहुत कम इंडिया आते जैसे 2 साल में एक बार।</p>
<p>नीलम जी उनसे संतुष्ट नहीं होती</p>
<p>क्योंकि वो दूसरी शादी करना चाहती हैं pyasi chut</p>
<p>उनके पति से तलाक लेकर पर उन्हें तलाक भी नहीं मिलता और उनको घर में इजाजत भी नहीं मिलती दूसरी शादी करने का और वो ये कहते हैं रोना शुरू कर दीजिए।</p>
<p>अब तो मैं काफी उत्साहित हो गया था</p>
<p>ये सब सुनकर कि नीलम जी काफी हताश हैं</p>
<p>सेक्स के लिए और मैं उसका फैदा लेना चाहता था pyasi chut</p>
<p>पर हमसे पहले ही वो आकर मेरे गले लग गए</p>
<p>और मेरे कानों में “अब मैं क्या करू तुम ही बताओ” कहते कहते रो रहे थे।</p>
<p>तो फिर मैं अपना हाथ उनके सिर पर फेरते हुए कहा</p>
<p>मैं तुम्हारे लिए हर संभव कोशिश करूंगा डार्लिंग लेकिन तुम्हें रोना बंद करना चाहिए।</p>
<p>ये सुनकर वो थोड़ा सा मुस्कुराता हुआ रो रहे थे, pyasi chut</p>
<p>फिर वैसे ही मैं उनको शांत कर दिया।</p>
<p>फिर मैंने कहा कि चलो अब इस समस्या से निकलेंगे और हम दोनों के बीच ही कोई समाधान निकालेंगे,</p>
<p>आप मेरे बॉस हैं, मेरे दोस्त हैं, मेरे प्रिय हैं और आप जो भी कहेंगे मैं आपकी मदद करूंगा। pyasi chut</p>
<p>वो सुन कर काफी खुश हुए और फिर मुझसे कहने लगे तो वो ज्यादा लोगो से दोस्ती नहीं करते</p>
<p>और जिससे करते वो उनसे सब कुछ उम्मीद करते।</p>
<p>ये सुनते ही मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आई और मैं समझ गया कि ये सब नौकरी देने के बहाने वो अपने आप को यौन रूप से संतुष्ट करना चाहता था।</p>
<p>मैंने भी सीधे तौर पर उनसे कह दिया, pyasi chut</p>
<p>अच्छा जानकर, मैं भी अपने दोस्तों को दुखी नहीं देख सकता और आप तो मेरे बॉस भी हो,</p>
<p>अगर आपको कोई एतराज न हो तो मैं आपको संतुष्ट करने के लिए तैयार हूं।</p>
<p>ये कहते ही वो मुझसे अलग होने लगे और मैं जल्द ही उनके खरीब जाकर उनके होठों पर छूने लगा। pyasi chut</p>
<p>इसे भी पढ़े – मौसा जी के जाने के बाद sexy mausi को चोद कर उनको चरम सुख दिया</p>
<p>फिर, मैं तो अभी शुरुआती था,</p>
<p>पहली बार किसी लड़की को किस कर रहा था। pyasi chut</p>
<p>वो बीच में किस करने से रुक कर बोली के ये तुम्हारा पहली बार है</p>
<p>ना मैं तुम्हें प्रोफेशनल से किस करना सिखाउंगी और हमने प्रोफेशनल किस करना शुरू कर दिया</p>
<p>और डीप किस के साथ-साथ अब वो मेरा हाथ लेकर अपने चूचे पर रखने लगे।</p>
<p>मैं भी मजा लेते हुए उनके चूचे दबाने लगा और जोर से किस भी कर रहा था। pyasi chut</p>
<p>फिर कुछ देर किस करने के बाद अब मैं अपनी शर्ट निकाल कर उनके कपड़े भी निकालने लगा</p>
<p>अब वो सेक्स के लिए पागल जैसी होगी थी pyasi chut</p>
<p>और खुद के कपड़े फाड़ कर निकलने लगी और मेरा भी पैंट उतार दिया जल्दी ही।</p>
<p>अब हम दोनों भी बस अब इनर गारमेंट्स में मतलब वो ब्रा और पैंटी में और मैं सिर्फ बॉक्सर में।</p>
<p>अब मैं उनको उठा कर बेडरूम में ले जाकर बेड पर लेटा दिया और उनकी पैंटी उतार दी। pyasi chut</p>
<p>वाह क्या क्लीन शेव्ड गुलाबी चूत मेरी आँखों के सामने थी।</p>
<p>मुझे यह बहुत पसंद आया और उसे अब चूत चाटना शुरू कर दिया,</p>
<p>अपनी दो उंगलियां भी डाल दीं उनको चोदा।</p>
<p>अब वो तो एकदम मज़े में एन्जॉय कर रहे थे और काफी आवाज़ें निकल रही थी जो मेरा भी जोश बड़ा रहे थी</p>
<p>और फिर वो मुझे बालो से पाकर कर मेरे सर को अपनी चूत में धकेलने लगी pyasi chut</p>
<p>मुझे भी काफी मजा आ रहा था,</p>
<p>फिर मैंने उनके झड़ने के बाद सारा पानी पी लिया</p>
<p>अपने लंड को बॉक्सर में से निकाल दिया, और उनकी टाइट चूत में डाल दिया।</p>
<p>वो मेरा 7 इंच के लंड को देख कर बोली pyasi chut</p>
<p>कि मैं कब से ऐसे लंड के लिए तड़प रही थी और उसने खुद मेरे लंड को लेकर अपनी चूत में डाली और मुझसे बोली की स्टार्ट हो जाओ और रुको न।</p>
<p>इसे भी पढ़े – ससुर जी को लगी लत बहु की चूत और गांड मारने की</p>
<p>अब मैंने पहले धीमी गति से फिर अपनी स्पीड बढ़ाई,</p>
<p>उन्हें चोदने लगा, वो काफी एन्जॉय कर रही थी,</p>
<p>मैं भी काफी एन्जॉय कर रहा था, फिर हम लोग 10-15 मिनट तक चोदने के बाद झड़ गए, pyasi chut</p>
<p>और फिर कुछ देर के लिए फोरप्ले करते हुए बेड पर लेट गए।</p>
<p>फिर थोड़ी देर बाद वो जाकर हर्शे की सिरप चॉकलेट की बोतल लेकर मेरे लंड पर डाल कर उसे चाटना शुरू कर दिया,</p>
<p>मुझे काफी मजा आ रहा था। pyasi chut</p>
<p>फिर थोड़ी देर बाद मई उठ कर उनके मुँह को ही चोदने लगा और मुँह में ही झर गया।</p>
<p>अगर आप भी ऐसी ऑफिस की लड़कियों को बजना चाहते हो तो हमारी shehnaazkhan.com से बुक कर सकते है यह आपको हर टाइप की लड़किया मिल जाएगी</p>
<p>उन्होंने मेरे सारा माल पिलिया और फिर मै उनसे गांड मरने के लिए बोलने लगा तोह वो जाकर पलंग पर अपने टांगे फैलाकर अपने सीने पर लेट गए</p>
<p>और मुझे निर्देश देने लगे कि कैसे चोदने के लिए। pyasi chut</p>
<p>और फिर उन्हें थोड़ी देर बाद पलटा कर उनके चूचे और चूत चटने लगा।</p>
<p>फिर वो थोड़ी देर बाद उठ कर मेरे साथ जाकर नहाने लगे।</p>
<p>उसके बाद फिर हम लोग रात तक वैसे ही नंगे फिरते रहे घर में,</p>
<p>और जब जब चाहा जब जो चाहा वो किया। pyasi chut</p>
<p>फिर जब रात होगी तो मुझे जाने का टाइम हो गया और मैं फिर एक बार चोद कर घर चला गया।</p>
<p>अब मैं रोजाना उनके घर जाता हूं और दिन भर हम नंगे ही रहते हैं घर में और जब चाहा जब सेक्स करते हैं।</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3504" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3504" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a/">नौकरी के लिए बोस की चूत को चोद दिया</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<title>माकन मालकिन की हवस मिटाई</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 01 May 2025 05:25:55 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[आंटी]]></category>
<guid isPermaLink="false">https://www.69kar.com/?p=3381</guid>
<description><![CDATA[<p>दोस्तों आज में जो कहानी सुनाने जा रहा हु उसका नाम हे “मकान मालकिन को चोदा और उसकी हवस मिटाई” मुझे यकीन की आपको ये</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%88/">माकन मालकिन की हवस मिटाई</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
]]></description>
<content:encoded><![CDATA[
<p>दोस्तों आज में जो कहानी सुनाने जा रहा हु उसका नाम हे “मकान मालकिन को चोदा और उसकी हवस मिटाई” मुझे यकीन की आपको ये कहानी पसंद आएगी|</p>
<p>नमस्कार दोस्तों, मैं दीपक हूं एक बार मे कुछ महीनों के लिए उदयपुर ट्रांसफर हो गया था, अब मैं वहां एक मकान में किराएदार के रूप में रह रहा था, मेरे मकान मालिक मिस्टर और मिस गुप्ता थे।</p>
<p>श्री गुप्ता जी की उम्र लगभग 50 वर्ष थी और वे एक बैंक मैनेजर थे और उनकी पत्नी मिस आशिका गुप्ता जो लगभग 42 वर्ष की हैं एक निजी स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं।</p>
<p>श्री गुप्ता जी सामान्य कद-काठी के दुबले-पतले आदमी हैं, जबकि मिस आशिका जी हट्टी-कट्टी, तंदुरुस्त महिला है। उनका एक बच्चा ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहा है।</p>
<p>मियां और बीवी उस घर में अकेले रहते हैं, वो दोनों मियाँ और बीवी मेरी बहुत इज़्ज़त करते हैं और मुझे अपना बेटा मानते हैं। मिस आशिका बहुत खूबसूरत थी</p>
<p>खासकर उसके बड़े स्तन और बड़े चूतड़ बहुत आकर्षक थे, वह हमेशा अपने चेहरे पर चश्मा लगाती थी, जिसके कारण उसके चेहरे पर हमेशा एक प्रिन्सिपल वाला रोब रहता है, लेकिन मैं तुरंत समझ गया।</p>
<p>कि इस प्रभावशाली चेहरे के पीछे उनकी कामुकता छिपी हुई है, लेकिन वह शर्म और डर के कारण उनका बहुत सम्मान करते थे। एक बार श्री गुप्ता का प्रमोशन हो गया और वे कुछ महीनों के लिए ट्रेनिंग के लिए मुंबई चले गए।</p>
<p>अब घर पर सिर्फ मैं और मिस आशिका जी ही थे, घर के काम जैसे बाजार से सब्जी लाना, दूध आदि मैं हमेशा उनकी मदद किया करता था. शुक्रवार का दिन था और पड़ोसन के घर कुछ प्रोग्राम था.</p>
<p>इसलिए मिस आशिका जी और मैं कार्यक्रम में शामिल होने रात करीब 8 बजे उनके घर पहुंचे। अब रात के खाने और शराब के बाद गाना और नाचना था। अब श्री आशिका जी भोजन करने के बाद एक कोने में खड़ी होकर नृत्य देख रही थीं।</p>
<p>और मैं भी 3 पैग शराब पीकर डांस देखने लगा। उस कार्यक्रम में काफी लोग आए थे। फिर मैंने एक खूबसूरत महिला को देखा जो एक पड़ोसी की रिश्तेदार थी</p>
<p>वह बड़े ही जोश से सजे-धजे डांस कर रही थी और बार-बार मेरी तरफ देख रही थी। फिर डांस करते हुए उन्होंने अपनी गर्दन हिलाई और मेरे पास आकर मुझे डांस करने को कहा।</p>
<p>लेकिन मिस आशिका जी के संकोच और भय से मैंने उनके भाव को अनसुना कर दिया। फिर कुछ देर बाद उसने फिर से गर्दन हिलाकर मुझे नाचने के लिए आमंत्रित किया</p>
<p>तो मैंने मुड़कर मिस आशिका जी को देखा जहाँ वो खड़ी थी पर वो वहाँ नहीं थी और पड़ोसन से बात करने में व्यस्त थी। फिर मैंने हिम्मत करके उस खूबसूरत लड़की के पास जाकर उसके पीछे खड़ा होकर नाचना शुरू कर दिया।</p>
<p>अब वो लड़की बार-बार अपनी गांड को मेरे लंड पर छू रही थी जिससे मेरा लंड सूज गया और उसकी गांड पर दबाने लगा.</p>
<p>फिर अचानक उसका रुमाल नीचे गिर गया फिर वह अपने बाएं हाथ से अपने दाहिने हाथ के पीछे रूमाल उठाने के लिए झुकी फिर अचानक मुझे करंट लगा</p>
<p>क्योंकि उसने अपने दाहिने हाथ से मेरे लंड को पकड़ा और अपनी गांड की दरारों के बीच रख दिया. अब मैं भीड़ में भी उसकी गांड की दरारों के बीच अपना लंड दबाने लगा, अब मुझे बहुत मजा आ रहा था.</p>
<p>अब मैं उसके पीछे खड़ा होकर ऐसा नाच रहा था कि मेरा लंड उसकी गांड की दरारों में बार-बार ठोकर खाता था.</p>
<p>तभी अचानक मेरी नजर मिस आशिका जी पर पड़ी तो उन्होंने गुस्से से इशारा करते हुए मुझे अपने पास बुलाया तो मैं डर के मारे तुरंत उनके पास चला गया। अब मेरा लंड अभी भी पैंट के अंदर ऐसे ही खड़ा था</p>
<p>यह तंबू में खड़े बांस की तरह है। तभी अचानक उसकी नजर मेरे डेरे में लगे बांस पर पड़ी तो वह गुस्से में बोली कि दीपक बेटा कुछ तो शर्म करो, यहां हमारी बहुत इज्जत है।</p>
<p>इतनी बेशर्मी से मत नाचो, मेरे सामने चुपचाप खड़े होकर नाच देखो। अब यह सुनते ही शर्म और डर के मारे मेरी सांस फूल गई और मैं चुपचाप उनके सामने खड़ा हो गया और नाच देखने लगा।</p>
<p>अब उसके डर से मेरा पूरा नशा भी उतर चुका था। अब वो भी मेरे पीछे खड़ी थी और डांस देखने लगी। अब मेरा पूरा मूड खराब हो गया था, लेकिन फिर भी मैं जबरदस्ती डांस देखने लगा।</p>
<p>फिर कुछ देर बाद पीछे मुड़कर देखा तो मिस आशिका जी किसी महिला से बात करने में व्यस्त थीं। तभी उस लड़की ने मेरी तरफ देखा और इशारे से पूछा कि क्या हुआ?</p>
<p>तो मैंने भी इशारा किया और कहा कि मन के अलावा कुछ नहीं है और फिर मैं दूसरे लोगों पर ध्यान केंद्रित करके नृत्य देखने लगा। अब मिस आशिका जी की वजह से मन नहीं लग रहा था</p>
<p>मैं उस खूबसूरत लड़की को देखना चाहता था और मेरा मन आशिका को कोस रहा था, बहुत दिनों से मेरे लंड को चूत नहीं मिली थी और आज मिस आशिका बीच में आ गई.</p>
<p>खैर फिर मैं बेसुध होकर डांस देखती रही और फिर करीब 10-15 मिनट के बाद मुझे लगा कि किसी के बूब्स मेरे कंधे पर टच कर रहे हैं, लेकिन उस वक्त मुझे ठीक से महसूस नहीं हुआ.</p>
<p>मुझे लगा कि शायद मेरा मन भ्रमित हो गया है, लेकिन कुछ देर बाद मुझे फिर से किसी के बूब्स का स्पर्श महसूस हुआ.</p>
<p>फिर मैंने सोचा कि मिस आशिका जी पीछे नहीं हैं, क्योंकि कुछ समय पहले वह किसी महिला से बात करने में व्यस्त थीं, तो सोचा कि शायद कोई और होगा।</p>
<p>इसलिए जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मैं हैरान रह गया। अब मेरे हाथ पैर जैसे ठंडे पड़ गए हैं, क्योंकि अब मेरे पीछे मिस आशिका जी के अलावा और कोई खड़ा नहीं था।</p>
<p>और जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो वह बोली कि दीपक बेटा मुझे ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है, तुम ऐसा करो और मेरे पीछे खड़े होकर नज़ारा देखो। श्री आशिका जी का कद मुझसे छोटा था।</p>
<p>और फिर वह मेरे सामने खड़ी हो गई और मैं ठीक उसके पीछे कुछ दूर खड़ा हो गया। फिर उसने कहा कि दीपक मेरे करीब आ जाओ और खड़े हो जाओ, शरमाओ मत, अब उसके चेहरे पर गुस्सा नहीं प्यार दिख रहा था</p>
<p>तभी मैं पास जाकर उसके ठीक पीछे खड़ा हो गया, तभी डांस देखते हुए मिस आशिका अचानक मेरे ठीक बगल में आ खड़ी हुई।</p>
<p>जिससे मेरा लंड उसकी गांड पर लग गया और धीरे धीरे एक पहलवान की तरह खड़ा हो गया.</p>
<p>अब उसकी नर्म गांड मेरे लंड को छू रही थी और इधर मेरा लंड उसकी गांड मार रहा था. फिर जब वो कुछ नहीं बोली तो मैंने धीरे से एक दो बार उसकी गांड पर हाथ फेर कर उन्हें परखा।</p>
<p>लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, बल्कि और सख्त होकर खड़ी हो गई और अचानक से अपने बाएं हाथ को अपनी पीठ के पीछे पकड़कर मेरे लंड को सहलाने लगी।</p>
<p>फिर थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड को छोड़कर पीछे मुड़ी और मुझसे बोली कि मैं दीपक में घर जा रही हूं, तुम थोड़ी देर बाद घर आ जाना. तो मैंने कहा क्या हुआ आशिका जी आपकी तबीयत खराब है?</p>
<p>तो उसने कहा कि ज्यादा बहस मत करो, जैसा मैं कहती हूं वैसा करो और ऐसा कहकर वह चली गई।</p>
<p>फिर ठीक 15 मिनट बाद मैं घर आ गया और जैसे ही मैंने मुख्य दरवाजा अंदर से बंद किया, उसने मुझे अपने कमरे में बुलाया और मुझे गले से लगा लिया और अपना चेहरा मेरे गाल पर रगड़ने लगी और मुझे किस करने लगी,</p>
<p>तो मैं भी उत्तेजित हो गया और उसे किस करने लगा। अब वह उत्तेजना से लाल हो चुकी थी। फिर वह मुझे अपने बिस्तर पर ले गया और मेरे सारे कपड़े उतार कर मुझे नंगा कर दिया और खुद भी नंगा हो गया।</p>
<p>फिर जब उसने मेरे लंड को देखा, तो उसने मेरे लंड को देखा और कहा कि ओह, तुम्हारा कितना मोटा और लंबा लंड है?</p>
<p>और मेरे लंड को पकड़ कर मेरा सुपाड़ा निकाल कर मेरे लिंग को चूमने लगी.</p>
<p>फिर उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और जोर जोर से चूसने लगी और कुछ देर बाद वो उठ खड़ी हुई और मेरे होठों को चूमने लगी, फिर मैंने भी हिम्मत करके उसके होठों को चूस लिया.</p>
<p>और अपनी जीभ मुंह में डालकर खेलने लगी। अब मेरा बायाँ हाथ उसकी पीठ पर फैल रहा था और अपने दाहिने हाथ से उसके निप्पलों को दबा रहा था।</p>
<p>अभी हम कुछ देर इसी तरह मस्ती कर रहे थे कि अचानक मैंने उससे कहा कि आशिका जी, आप सीधे बिस्तर पर लेट जाइए और सो जाइए।</p>
<p>तो वह सीधे बिस्तर पर सो गई और मैंने अपनी जीभ उसके गालों से उसकी जाँघों तक घुमानी शुरू कर दी, फिर वह अपने मुँह से हाहाहा उउफ्फ्फ निकालने लगी।</p>
<p>अब हम दोनों उत्साहित थे। फिर मैं उसके निप्पलों को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा, फिर वो बड़े प्यार से मेरे लंड को सहलाने लगी.</p>
<p>अब चूसते-चूसते उसका निप्पल सख्त हो गया था तो मैं समझ गया कि अब वो गर्म हो रही है. फिर मैं उसके निप्पल को छोड़कर उसकी जाँघों के बीच आ गया और उसकी चूत को फैला कर अपनी जीभ से चाटने लगा.</p>
<p>और अपनी जीभ अंदर डाल कर अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा और उसकी चूत को चाटते हुए उसकी गांड की दरारों में उंगली घुमाने लगा, उसकी गांड जबरदस्त थी.</p>
<p>फिर मैंने कहा कि आशिका जी, आपकी गांड बहुत अच्छी है, फिर उसने कहा, क्या आपका इरादा है कि आप अपनी गांड को मारें? तो मैंने कहा हाँ आशिका जी मुझे अपनी बड़ी गांड चोदने में मज़ा आता है</p>
<p>क्या आपने पहले कभी अपनी गांड नहीं मारी है? तो उसने कहा कि मैंने एक बार मारी थी, लेकिन तुम्हारा लंड बहुत मोटा और लंबा है, धीरे से मारो।</p>
<p>फिर मैं उठा और वैसलीन लेकर उसकी गांड पर और अपने लंड पर लगा दिया, और उसकी गांड को पूरी तरह से चिकना कर, मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी गांड के छेद पर रख दिया और पहले उसे सहलाया।</p>
<p>और फिर अपना सुपाड़ा उसकी गांड पर रखकर मैंने धक्का दिया और मेरा सुपाड़ा उसकी गांड में घुस गया. तो वह उउउइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइयाँ कहकर अपनी गांड उचकाती है,</p>
<p>जिससे मेरा डाला हुआ सुपाड़ा फुच की आवाज के साथ बाहर आ गया। फिर बोली दीपक जरा धीरे धीरे डालो, बहुत साल हो गए मुझे मरवाये हुए।</p>
<p>फिर कुछ देर बाद मैंने फिर से अपने लंड का सुपाड़ा पकड़ा और उसकी गांड पर रख दिया, तो उसने तुरंत मेरे लंड को पकड़ लिया और कहा कि मैं खुद ही धीरे से अंदर डालूंगी.</p>
<p>फिर उसने खुद ही मेरे लंड का सुपाड़ा पकड़ा और अपनी गांड के छेद पर रख दिया और थोड़ा नीचे सरक कर मेरे सुपाड़े को अपनी गांड में ले लिया और कहा कि अब तुम धीरे धीरे अंदर डालना शुरू करो.</p>
<p>फिर मैंने धीरे-धीरे अपना लंड जबरदस्ती उसकी गांड में घुसाना शुरू किया, फिर वो थोड़ा चिल्लाई, अरे आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मैं मर गया और अपने बाकी के लंडों को अंदर घुसने से रोक दिया।</p>
<p>और उसने कहा कि दीपक को आराम से अंदर डालते रहो। फिर मैंने धीरे से बिना रुके अपना पूरा लंड उसकी खूबसूरत गांड में डाल दिया।</p>
<p>फिर वह दर्द से कराह उठी और बोली कि तुम्हारे मोटे मजबूत लंड ने तुम्हें जालिम मार डाला, आज तुमने मेरी गांड फाड़ दी, तुम्हारा लंड कितना क्रूर है?</p>
<p>उफ़ ईईईईईईईईईईईईईईईई</p>
<p>आह्ह्ह्ह्ह ऊश अम्म्म और फिर लगभग 15-20 मिनट के बाद मेरा वीर्य उसकी गांड में गिर गया</p>
<p>और जब मैंने अपना लंड उसकी गांड से निकाला तो मैंने देखा कि उसकी गांड सूजी हुई थी और उसमें से मेरा वीर्य निकल रहा था.</p>
<p>फिर मैंने उसके पेटीकोट से अपना लंड और उसकी गांड साफ की और उसके बगल में लेट गया. फिर लगभग 1 घंटे के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया</p>
<p>तो मैंने उसकी टाँगें फैला दीं और फिर से उसकी चूत को चोदने लगा। इस उम्र में भी उसकी चूत बहुत टाइट थी, क्योंकि मेरा लंड बहुत मोटा और लम्बा था.</p>
<p>फिर उस रात मैंने उसकी लगभग 6 बार चुदाई की और जब तक मिस्टर गुप्ता नहीं आए, मैं उसे कस कर चोदता रहा। हमने बड़े जोश के साथ सेक्स किया, अब वो आसानी से मेरे लंड को अपनी चूत और गांड में ले लेती थी.</p>
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<title>इंस्टाग्राम से सेट की भाभी को घर जाकर चोद दिया</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 01 May 2025 05:22:16 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[भाभी (Bhabhi)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>दोस्तो, मेरी उम्र 26 साल है, मेरा नाम rahul है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी हाइट 5 फ़ीट 7 इंच है और</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad/">इंस्टाग्राम से सेट की भाभी को घर जाकर चोद दिया</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
]]></description>
<content:encoded><![CDATA[
<p>दोस्तो, मेरी उम्र 26 साल है, मेरा नाम rahul है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।</p>
<p>मेरी हाइट 5 फ़ीट 7 इंच है और मेरे लंड का साइज औसत ही है।</p>
<p>कुछ महीने पहले तक मैं वर्जिन ही था।<br>ऐसी ही उधेड़-बुन की वजह से मैंने अब तक सेक्स करने की कोशिश नहीं की थी।</p>
<p>ज्यादातर लड़कों के मन में अपने लंड के साइज को लेकर दुविधा सी रहती है कि मेरा लंड छोटा तो नहीं, कोई लड़की देखेगी तो क्या सोचेगी?</p>
<p>जिसमें मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने इंस्टाग्राम पर मिली लड़की को उसी के घर पर जाकर चोदा।</p>
<p>तो यह Wildfantasy सेक्स कहानी शुरू होती है अबसे लगभग 4 महीने पहले। इंस्टाग्राम पर मैं फेक प्रोफाइल बना कर अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड की प्रोफाइल में ताकझांक करता रहता था।</p>
<p>मेरा उससे कुछ समय पहले ब्रेकअप हो चुका था।<br>ऐसे ही एक बार प्रोफाइल खंगालते हुए मुझे Ashika नाम की लड़की की प्रोफाइल मिली।<br>उसने कोई इंस्टाग्राम की स्टोरी लगाई हुई थी तो मैंने उस पर कमेंट कर दिया।</p>
<p>मुझे उम्मीद तो नहीं थी कि उधर से कोई रिप्लाई मिलेगा.<br>लेकिन जब सुबह उठ कर इंस्टाग्राम खोला तो उसका रिप्लाई आया हुआ था।</p>
<p>इस तरह हमारी दोस्ती की शुरुआत हुई और रोजाना हमारी हल्की-फुल्की बातचीत होने लगी।</p>
<p>मुझे वो पहली नजर में ही पसंद आ गई थी।</p>
<p>मैं Ashika के बारे में आपको बता दूं कि वो 20 साल की है, रंग थोड़ा सांवला है लेकिन फिगर तो गजब का है।<br>उसके चूचों का साइज 38 है।</p>
<p>मैं क्या, कोई भी उन्हें देख कर पागल हो जाएगा।</p>
<p>वो भी दिल्ली की ही रहने वाली थी लेकिन फैमिली प्रोब्लम्स की वजह से 1 साल पहले ही उसकी शादी हो चुकी थी।<br>तो मेरी उससे बात हो रही थी।<br>घर का काम करने के बाद वो ऑनलाइन आती और हमारी घंटों तक बात होने लगी।</p>
<p>धीरे-धीरे हम खुलने लगे.<br>वो अपनी सेक्स लाइफ के बारे में भी बताने लगी कि आज उन्होंने सेक्स इस पोजीशन में किया, आज ये पहनकर किया वैगरह वगैरह।</p>
<p>इस तरह रोजाना नेट सेक्स की बात करते हुए पता ही नहीं चला कि हमें कब प्यार हो गया।</p>
<p>धीरे-धीरे हमारे बीच प्यार भरी बातें होने लगीं और मोबाइल नम्बर भी एक दूसरे को दे दिए।</p>
<p>ऐसे ही एक महीना कैसे निकल गया, पता ही नहीं चला।<br>फिर उसे पीरियड्स में कुछ दिक्कत होने लगी जिसकी वजह से उसने अपने घर यानि मायके (दिल्ली) आना पड़ा।</p>
<p>आज तक हमारी सिर्फ फ़ोन कॉल और वीडियो कॉल पर ही बात हुई थी।<br>उसके ठीक होने पर हमने मिलने का सोचा था।</p>
<p>हम उसके ठीक होने का इन्तजार करने लगे।</p>
<p>आखिरकार वो दिन आ ही गया जब हम पहली बार मिलने वाले थे।<br>हमने मिलने के लिए दिन और स्थान चुना और बताई हुई जगह पर मिलने पहुंच गए।</p>
<p>पहली बार मिल रहे थे तो हमने होटल वगैरह में न मिलकर किस सार्वजनिक जगह पर मिलना उचित समझा।<br>हमने वहां 4-5 घंटे साथ बिताये, बातें कीं, किस किया, मैंने चूचे भी दबाये, खाना-पीना किया और वापस आ गए।</p>
<p>अगले दिन उसने मैसेज करके बताया कि उसकी मम्मी कहीं काम से जा रही है लेकिन भाई घर पर ही है जिसे वो संभाल लेगी।<br>उसने कहा कि अगर आ सकते हो तो आ जाओ।<br>मैंने भी हां करने में देर नहीं लगाई।</p>
<p>जल्द से मैं उसकी बताई हुई जगह पर पहुंच गया।<br>वो भी कोल्डड्रिंक्स लेने के बहाने से मुझे लेने आ गयी।</p>
<p>हम फ़ोन पर बात करते हुए जा रहे थे, वो मुझे बता रही थी कि किस रास्ते से जाना है।</p>
<p>मैं उसके बताये घर में चला गया और पार्किंग में रुक गया।<br>पीछे से वो भी अंदर आ गयी।</p>
<p>उसके पार्किंग में आते ही मैं उसे किस करने लगा।<br>वो बोली- अभी रुको, पहले भाई को देख कर आती हूँ।<br>उसका भाई रूम में था।</p>
<p>फिर चेक करने के बाद उसने आराम से गेट खोला और मुझे अंदर बुला लिया।<br>हमने चुपचाप कोल्डड्रिंक्स पी और फिर उसने इशारे से वाशरूम में आने को बोला।</p>
<p>वाशरूम में घुसते ही हम एक दूसरे पर टूट पड़े।<br>मैं किस करते हुए खरबूजे से भी बड़े उसके चूचे दबा रहा था।</p>
<p>फिर उसने खुद ही अपने सारे कपड़े उतार दिए; वो डर्टी गर्ल देर नहीं करना चाहती थी।</p>
<p>उसे इस हालत में देख कर मेरी हालत ख़राब होने लगी।<br>मैं उसे सामने से पहली बार नग्नावस्था में देख रहा था।<br>वीडियो कॉल्स में तो काफी बार उसे नंगी देख चुका था।</p>
<p>उसके चूचे बहुत बड़े थे।<br>मैं दोनों हाथों से पकड़ कर उन्हें चूस और काट रहा था।<br>फिर मैं एक हाथ को नीचे ले गया तो उसकी चूत से पानी बह रहा था।</p>
<p>मैं नीचे बैठ गया और चूत से मुँह लगा कर उसे चाटने लगा।<br>मुँह लगाते ही उसकी आह निकल गयी। मैं पहली बार किसी की चूत चाट रहा था।</p>
<p>उसकी चूत भट्टी की तरह जल रही थी और नमकीन पानी के स्वाद से मुझे अलग ही मजा आ रहा था।</p>
<p>फिर मैं खड़ा हुआ और पैंट खोल कर उसे लंड मुँह में लेने को दिया।<br>वो मुँह में ले लेकर लंड को चूसने लगी।</p>
<p>लंड पर बाल होने की वजह से वो ज्यादा नहीं चूस पायी।<br>मैंने बाल साफ़ नहीं किए थे क्योंकि मुझे पता ही नहीं था कि यहाँ ये सब हो सकता है; मैं तो सिर्फ किस वगैरह का सोच कर ही आया था।</p>
<p>फिर वो उठी और घूम कर दीवार पर हाथ टिका कर खड़ी हो गयी।<br>मुझे समझ नहीं आया कि वो चुदवाने लिए तैयार हो गई है क्योंकि मैंने सेक्स करने का सोचा ही नहीं था, जिस वजह से मैं कंडोम भी नहीं लाया था।</p>
<p>फिर वो बोली- ऐसे ही कर लो, निकलने वाला हो तो बाहर कर लेना।</p>
<p>यह मेरा पहली बार था, इससे पहले मैंने कभी सेक्स नहीं किया था।</p>
<p>वो दीवार पर हाथ रख कर खड़ी थी।<br>उसकी गांड को मैंने थोड़ा बाहर निकाला और उससे एक पैर टॉयलेट सीट पर रखने को बोला जिससे लंड को सही से जगह मिल सके।</p>
<p>मैंने लंड को पकड़ कर चूत पर टिकाया और धक्का लगाया।<br>चूत गीली होने की वजह से लंड आराम से अंदर चला गया।</p>
<p>पहली बार मेरे लंड को चूत की ऐसी भयंकर गर्मी मिल रही थी, जिससे मैं जन्नत में पहुंच गया था।<br>लेकिन मेरा लन्ड चूत की गर्मी को सहन नहीं कर पाया और 3-4 धक्के लगाने पर ही मेरा निकलने को हुआ तो मैंने जल्दी से अपना लंड बाहर निकाल लिया और तभी मैं झड़ गया।</p>
<p>उस समय मुझे अपने आप पर बहुत गुस्सा आया कि इतनी जल्दी स्खलन हो गया।</p>
<p>हम दूसरा राउंड शुरू करते उससे पहले ही उसका भाई आकर वाशरूम का गेट बजा कर बोला- मुझे जाना है, जल्दी निकल!<br>हमने जल्दी से कपड़े पहने।</p>
<p>उसने अपने भाई से बोला- मुझे अभी थोड़ा टाइम लगेगा।<br>इसलिए उसका भाई वापस रूम में चला गया और मैं गेट खोल कर बाहर निकल आया।</p>
<p>Ashika थोड़ी दूर तक मुझे छोड़ने भी आयी लेकिन उसने टीशर्ट के अंदर ब्रा नहीं पहना था इसलिए आधे रास्ते से वापस चली गयी।</p>
<p>घर पहुंच कर मैंने उसे मैसेज किया- सॉरी यार, मेरा इतनी जल्दी हो गया, तू ऐसे ही रह गई।</p>
<p>फिर उसने मुझे समझाया- अरे पागल है क्या, फर्स्ट टाइम में हो जाता है ऐसा! बाहर भी इतनी गर्मी थी, आकर तुम्हें आराम करने का भी टाइम नहीं मिला और वाशरूम में भी गर्मी हो रही थी। दूसरा राउंड हो नहीं पाया, नहीं तो और मजा आता।</p>
<p>यह सुनकर मेरा मन कुछ ठीक हुआ।</p>
<p>तो पहला अनुभव कुछ ऐसा ही रहा।</p>
<p>फिर अब हम रोज दिनभर फ़ोन पर वीडियो कॉल्स पर लगे रहते थे।<br>उसे नहाना भी होता तो साथ में फ़ोन लेकर जाती थी और मैं वीडियो कॉल पर उसे नहाते हुए देखता।</p>
<p>वो खाना भी खाती तो वीडियो कॉल पर!<br>एक हफ्ते बाद हम दोबारा बाहर मिले लेकिन इस बार भी पब्लिक प्लेस में! वहां हमने पहले की तरह ही किस वगैरह की।</p>
<p>उसी दिन उसने रात में बताया- कल मम्मी को मंदिर जाना है और भाई का एग्जाम है, घर पर कोई नहीं रहेगा, आओगे तो बताओ?</p>
<p>मैं ऐसा मौका कैसे छोड़ सकता था; मैं बोला- कोई जरूरी काम नहीं निकला तो जरूर आऊंगा।<br>Ashika- इस बार कंडोम जरूर ले आना।<br>मैंने कहा- मैं नहीं लाऊंगा, मैंने आज तक कंडोम नहीं खरीदा है।</p>
<p>अगले दिन मैंने लंड के बाल साफ़ किए और रास्ते में से कंडोम खरीदा और पहुंच गया उसके घर!</p>
<p>वो पहले से मेरा इन्तजार कर रही थी क्योंकि उसके मम्मी और भाई पहले ही जा चुके थे।<br>उसने गेट खोला, मैं अंदर कमरे में चला गया।<br>गेट बंद करके वो भी आ गयी।</p>
<p>उस टाइम उसने नाइटी पहनी हुई थी जिसमें उसका फिगर गजब का लग रहा था।<br>उसने मुझे पानी लाकर दिया, एसी चलाया क्योंकि बाहर बहुत गर्मी थी जिसकी वजह से मुझे पसीने आ रहे थे।</p>
<p>हम बेड पर बैठ कर बातें करते हुए एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे।<br>मैं बात करते हुए उसके चूचों को देखने लगा।</p>
<p>इतने में वो उठ कर मेरी गोद में आकर बैठ गयी।<br>मैंने उसके भारी भरकम चूचे दबाने शुरू किये तो पता चला उसने ब्रा ही नहीं पहनी थी।</p>
<p>मैं चूचे दबाते हुए ही उसे किस करने लगा।</p>
<p>थोड़ी देर किस करने के बाद मैंने उसकी नाइटी उतरवा दी, उसने अंदर कुछ नहीं पहना था।<br>हम दोबारा किस करने लगे तभी मैंने धक्का देकर उसे बेड पर लेटा दिया।</p>
<p>उसे इस तरह लेटे हुए देख कर अच्छे अच्छों का लंड पानी छोड़ दे।</p>
<p>मैं उसके 38 के चूचों को चूसने और काटने लगा। मैं धीरे-धीरे एक हाथ को चूत तक ले गया जो पहले ही बहना शुरू हो चुकी थी।<br>चूत में उंगली डाल कर मैं अंदर बाहर करने लगा।</p>
<p>चूचों को छोड़कर मैं नीचे आ गया और चूत को चाटने लगा।</p>
<p>इतने में ही उसने सिसकारी लेना शुरू कर दिया, वो मेरे सिर को पकड़ कर चूत में दबाने लगी।<br>फिर वो कहने लगी- अब डाल दे बहनचोद!</p>
<p>मैंने अपनी पैंट उतारी और खड़ा हो गया।<br>Ashika- कंडोम तो लाये नहीं होगे तो पन्नी लगा कर करोगे क्या?<br>तभी मैंने जेब से कंडोम का पैकेट निकाल कर उसे पकड़ा दिया।</p>
<p>उसने कंडोम निकाल कर मुझे पहनाया और गांड के नीचे तकिया लगा कर लेट गयी।<br>मैंने देर न करते हुए लंड को चूत पर सेट किया और धक्के लगाना शुरू किया।</p>
<p>थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद हमने जगह बदली।<br>इस बार मैं नीचे लेट गया और वो ऊपर!</p>
<p>उसने चूत को लंड पर सेट किया और ऊपर-नीचे होने लगी।</p>
<p>हम दोनों इस समय पूरे जोश में थे।<br>पूरे कमरे में उसकी सिसकारियां गूँज रही थीं।<br>उसके धक्के मेरे लंड को अच्छे से निचोड़ रहे थे।</p>
<p>उस टाइम वो जिस तरह धक्कों के साथ चूत को रगड़ रही थी, उसके बारे में सोच कर अभी भी लंड सलामी देने लग जाता है।</p>
<p>थोड़ी देर में जब वो थक गयी तो मुझसे बोली- बहनचोद आराम से लेटा हुआ है, कब तक मैं ही करती रहूं!<br>यह सुन कर मैं हंसने लगा।</p>
<p>फिर मैंने नीचे से धक्के लगाने शुरू किये।</p>
<p>पूरे कमरे में सिर्फ फच्च-फच्च और उसकी सिसकारियों की आवाज गूँज रही थी।<br>मैं सोचता था कि लोग ऐसे ही बोलते हैं कि इतनी फच्च फच्च की आवाज होती है लेकिन तब पता चला जब पूरे कमरे में सिर्फ वही आवाज गूंज रही थी।</p>
<p>Ashika एक बार पहले ही झड़ चुकी थी।<br>मेरा भी अब होने वाला था।<br>मैंने सोचा थोड़ा रुकता हूँ, सामान्य होने पर दोबारा शुरू करूँगा जिससे और टाइम तक टिक सकूँ।</p>
<p>मगर सेक्स के इस खेल में नया होने के कारण मैं कंट्रोल नहीं कर पाया और तेज तेज धक्के लगाते हुए झड़ गया।</p>
<p>फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे लेट कर बातें करने लगे और बीच-बीच में किस करते रहे।<br>थोड़ी देर में मेरा लंड दोबारा जंग लड़ने के लिए तैयार हो गया और कंडोम पहन कर हम दोबारा शुरू हो गए।</p>
<p>इस बार मैंने उसे घोड़ी बना कर पीछे से डाल दिया।<br>मुझे उसकी गांड बहुत मस्त लगी, चुदाई करते टाइम मैं उसकी गांड को भी छेड़ रहा था।</p>
<p>गांड पर हाथ लगाते समय वो मना करने लगी।<br>उसने आज तक गांड में उंगली भी नहीं ली थी।</p>
<p>दो राउंड करने के बाद हमने साफ़ सफाई करके कपड़े पहने और फिर खाना खाया।</p>
<p>उसके भाई के आने का टाइम हो रहा था तो वो बोली- अब तुम जल्दी जाओ, भाई आने वाला है तो दिक्कत हो जाएगी।<br>लेकिन मेरा मन उसे छोड़ने का नहीं था। मैं दोबारा किस करने लगा और चूचे दबाने लगा। नाइटी के गले से ही चूचे निकालते हुए उसकी नाइटी भी फट गयी थी।</p>
<p>फिर मैं उसकी गांड दबाने लगा।<br>मैं बोला- मुझे तेरी गांड देखनी है।<br>उसने नाइटी ऊपर उठा ली तो मैंने उसकी गर्दन पकड़ कर उसे नीचे झुका दिया।</p>
<p>मैंने उसे टाइट पकड़ कर उसकी गांड में उंगली घुसा दी तो वो मुझे गाली देने लगी- भोसड़ी के … दर्द हो रहा है, मैंने आज तक अपने पति को भी नहीं करने दिया, उसने भी कई बार गांड मारने की कोशिश की थी।<br>लेकिन मैंने उसकी नहीं सुनी और उसे दबाये रख कर पूरी उंगली अंदर बाहर करने लगा।</p>
<p>फिर मैंने उसे छोड़ दिया क्योंकि उसके भाई के आने का समय हो गया था।<br>मैं उससे बोला- इस बार तो छोड़ रहा हूँ लेकिन अगली बार उंगली नहीं, लंड जायेगा इसमें!</p>
<p>इसके बाद हमने हाथ-मुँह धोये और मैं उसे किस करके घर के लिए निकल आया।<br>इसके 2-4 दिन बाद ही Ashika अपने ससुराल चली गयी।</p>
<p>मुझे उम्मीद है हम दोबारा मिलेंगे और अबकी बार और ज्यादा मस्ती करेंगे।<br>हम अभी भी वीडियो कॉल पर बकचोदियाँ करते रहते हैं।</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3378" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3378" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad/">इंस्टाग्राम से सेट की भाभी को घर जाकर चोद दिया</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<title>अकेले रहरहि गर्लफ्रेंड की माँ को घर जाकर चोदा</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Thu, 01 May 2025 05:18:02 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[गर्लफ्रेंड (Girlfriend)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>दोस्तों आज में जो कहानी सुनाने जा रहा हु उसका नाम हे “गर्लफ्रेंड की माँ को चोदा और उनका अकेलापन दूर किआ” मुझे यकीन की</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%85%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%bf-%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%95/">अकेले रहरहि गर्लफ्रेंड की माँ को घर जाकर चोदा</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
]]></description>
<content:encoded><![CDATA[
<p>दोस्तों आज में जो कहानी सुनाने जा रहा हु उसका नाम हे “गर्लफ्रेंड की माँ को चोदा और उनका अकेलापन दूर किआ” मुझे यकीन की आपको ये कहानी पसंद आएगी|</p>
<p>दोस्तों में और मेरी गर्लफ्रेंड फोन सेक्स करते थे लेकिन असल में कभी नहीं, एक दिन मुझे मौका मिला जब उसके माता-पिता 3 दिन के लिए अपने गांव गए, फिर मैं उससे मिलने उसके घर गया</p>
<p>और मैंने अपनी आशिका को उसके घर मे चोदा लगातार 3 दिन तक, वह एक कुंवारी थी। उस दिन से लेकर लगभग दो साल तक जब भी उसके माता-पिता गाँव या कहीं बाहर जाते थे तो वह मुझे अपने घर बुलाती थी और मुझसे चुदती थी।</p>
<p>मैं बहुत मजे करता था उसके बूब्स छोटे थे लेकिन उसकी गांड बड़ी थी और हम अलग हो गए क्योंकि हमारी जाति अलग है एक दिन मैंने उससे उसकी मां के फिगर के बारे में पूछा हम दोनों सेक्स के बारे में खुलकर बात करते थे</p>
<p>उसने सब बताया जब उसने अपनी माँ की गांड के बारे में बताया तब से मेरा लंड उसकी माँ की गांड मारने को बेताब था.</p>
<p>उस दिन के बाद से, जब भी मैं उसे चोदता, मैं उसकी माँ की सेक्सी चड्डी पहनकर चोदता, ताकि मैं उन दोनों को चोदने का आनंद उठा सकूँ। हम अलग-अलग अंदाज में और बहुत गहरी बात करते थे</p>
<p>कभी-कभी फोन पर, हम रात भर रोल प्ले करते थे और सेक्स का आनंद लेते थे, मुझे अभी भी उसकी चूत की महक और उसकी गांड की गर्मी याद आती है, जब हम जुदा हुए तो मुझे बहुत अच्छा लगा इस बात से नाराज था</p>
<p>कि मैं उसे खोजने के लिए हर दिन उसके घर के नीचे जाता रहा लेकिन पता चला कि उसने अपनी जाति के लड़के से शादी करने का फैसला किया है।</p>
<p>फिर एक दिन जब मैं हमेशा की तरह उनकी बिल्डिंग में गया तो सामने वाली बिल्डिंग में रहने वाली एक आंटी मिलीं, उन्होंने मुझे अपने घर आने का इशारा किया, मैं भी डर के मारे चल पड़ा ये सोच कर कि उन्हें सब पता चल जाएगा.</p>
<p>की में यहा किसके घर की तरफ़ देखता रहता हूँ में फिर भी चला गया सोचा जब इतना कुछ हो गया है तो जो हो सो हो मुझे मेरी गर्लफ्रेंड का काफ़ी गुस्सा भी था वो 40 साल की सेक्सी आंटी है अभी काफ़ी सेक्सी है.</p>
<p>उसके बेटे की शादी हो चुकी है और वह अपनी पत्नी के साथ अलग रहता है। उसका पति बिजनेस करता है और हमेशा बाहर रहता है। जब मैं उसके घर गया तो उसके बेटे की फोटो देखी और पता चला कि वह मेरा एक पुराना दोस्त है</p>
<p>जिससे मैं बहुत करीब हूं। बरसों से मिले नहीं लेकिन मैंने उसे बताया नहीं उसने मुझसे पूछा कि तुम यहां क्यों आते हो तो मैंने उसे अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में सब बताया तो उसने कहा कि जो गया</p>
<p>उसे भूल जाओ और आगे की सोचो मैं उसे बेहतर तरीके से जान पाया मेरा डर दूर हो गया कहा कि वो किसी को नहीं बताएगी और ना ही मेरी गर्लफ्रेंड की लाइफ खराब करेगी और ना ही मुझे बदनाम करेगी.</p>
<p>मैंने उसे अपना नंबर दिया। वह ज्यादातर घर पर अकेली रहती है, इसलिए वह मुझे फोन करती है। देखा उसने मेरी आंख पकड़ ली और उसे भी एक मर्द की जरूरत थी।</p>
<p>मैंने उससे कहा कि मैं उसके बेटे को जानता हूं, वह यह सुनकर खुश हो गई, उसने कहा कि अच्छी बात है, फिर तुम जब चाहो मुझसे मिलने आ सकते हो, तो उस दिन से जब भी मैं उससे मिलने उसके घर गया</p>
<p>वह जानबूझकर मेरे सामने आई। पल्लू गिराती, कभी नाइटी घुटनों तक उठाती, कभी नहाने जाती और जानबूझ कर अपनी सेक्सी पैंटी और ब्रा भूल कर मेरे पास बैठ जाती, कुछ दिनों बाद वो मुझसे रोमांटिक बातें करने लगती</p>
<p>अपने बारे में बताती अकेलापन। उसकी सेक्स लाइफ के बारे में बात हुई और अंत में एक शनिवार की शाम मैं ऑफिस से निकलने के बाद उससे मिलने गया तो उसने कहा कि मेरे लिए एक सरप्राइज है</p>
<p>जब मैं वहां गई तो उसने बताया कि मेरे पति अभी एक महीने के लिए पूना में हैं और कुछ बात करने के बाद उन्होंने मुझे दिया एक उपहार और अपनी नई साड़ी पहनने चली गई।</p>
<p>उसने जानबूझकर बेडरूम का दरवाजा खुला रखा और नई सेक्सी पैंटी और ब्रा और साड़ी पहनने लगी, मैं हॉल में बैठे सबको देख रहा था, वह यह जानती थी, फिर वह बाहर आई और पूछा कि मैं कैसी लग रही हूं</p>
<p>मैंने कहा बहुत सुंदर, उसने कहा फिर आज मेरे साथ रात बिताई हॉल की लाइट बंद कर दी और मुझे हाथ पकड़कर बेडरूम में ले गई और मुझे अपनी बाहों में ले लिया और कहा मुझे पता है कि मैं तुम्हें पसंद करती हूं</p>
<p>मैं भी तुम्हें पसंद करती हूं मैं भी उसकी गांड का दीवाना था उसके बूब्स भी बड़े फनी थे .</p>
<p>उसने अपनी गांड की चूत और बूब्स को इतने अच्छे से चूसा कि वो बोली आज तक मेरे पति ने भी मुझे इतना सुख नहीं दिया. उसने मेरे कपड़े उतारे। मेरा लंड टाइट था. मुझे बड़ा लंड चाहिए था</p>
<p>शायद इसीलिए आपको मिल गया, मेरे पति के लंड से दुगुना है, बहुत मोटा और लम्बा है, और वो मेरा लंड चूसने लगी, मैंने सुबह 4 बजे तक उसकी चुदाई की और उसकी गांड पर भी मारा, संतुष्ट उसे पूरी तरह से, और वह मेरी थी।</p>
<p>मेरी बाहों में सो गया। उस दिन के बाद वो बहुत खुश रहने लगी और मेरे साथ खुल कर बात करने लगी। वह मुझे अपने पति की तरह मानती हैं। अब मैं हर शनिवार, कभी-कभी बुधवार को भी जाकर उसे चोदता हूँ।</p>
<p>हम हॉल में बैठे थे कि दरवाजे की घंटी बजी और बेडरूम में चले गए। हॉल में कुछ औरतें निकलीं, उनमें से एक मेरी आशिका की माँ थी, उन्होंने बहुत देर तक बात की और वह चली गई।</p>
<p>उस रात उसे चोदने के बाद मैंने अपनी बाहों में बात की फिर उससे मेरी आशिका की माँ के बारे में पूछा तो उसने कहा कि हम जानते हैं कि हम मंदिर के दोस्त हैं और हम साथ में व्यापार करते हैं</p>
<p>उसने कहा लेकिन मैंने तुम्हारे या उसकी लड़की के बारे में पूछा मैंने उसे सेक्स के बारे में कुछ नहीं बताया, लेकिन क्या बात है, मैंने उससे उसके सारे दोस्तों की सेक्सी बातें पूछी</p>
<p>उसने खुलकर बताया कि वो औरतें मिलने पर क्या-क्या बातें करती हैं, यहां तक कि उसने मेरी गर्लफ्रेंड की मां के बारे में भी बात की. ये बातें सुनकर मुझे पुराने दिन याद आ गए, मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया</p>
<p>और मैंने पूरे जोश के साथ उसकी चुदाई की, फिर उसने पूछा कि क्या बात है, तुम इतने अधीर क्यों हो, मैंने ऐसा पहले कभी नहीं किया, फिर मैंने उससे कहा कि मैं भी मैं अपनी गर्लफ्रेंड को अपनी मां को चोदना चाहता था</p>
<p>और सारी बात बता दी, वो सुनकर चौंक गई, लेकिन जब वो खुद ही मेरे साथ ये सब कर रही थी, तो उसे क्या फर्क पड़ रहा था, लेकिन उसे जलन होने लगी.</p>
<p>उस रात वह अलग सोई मैंने उसे दो दिन तक फोन नहीं किया फिर वह रोने लगी और मुझे फोन किया मैंने उसे समझाया कि मैं तुम्हारी इच्छा पूरी करूंगा लेकिन तुम मुझे नहीं छोड़ोगे मैंने वादा किया था</p>
<p>कि उस दिन के बाद वह मेरी आशिका की मां को फोन करने लगी बात करने के लिए उसके घर और 15 दिनों के बाद उसने कहा कि कल तुम ऑफिस से छुट्टी लेकर सुबह मेरे घर आना</p>
<p>और इस बार कंडोम के 2 पैकेट लाना मैंने पूछा तो उसने कहा मैंने आपको नहीं बताया कि आपकी आशिका की माँ आती थी बात करने के लिए दोपहर में 15 दिनों के लिए मेरे घर पर।</p>
<p>मैंने उसके साथ सेक्स के बारे में बात की और फिर उसे हम दोनों के बारे में बताया. उसने कहा कि तुम भाग्यशाली हो, अगर तुम भी चाहो तो मेरे बॉयफ्रेंड के साथ कर सकती हो, तुम भी चाहती हो</p>
<p>मैं किसी को नहीं बताऊंगी, हम तीनों में हम दोनों का राज रहेगा, हम मजे लेंगे और किसी को पता भी नहीं चलेगा। मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ महिलाओं के साथ होने वाली सभी बातें बताती हूं</p>
<p>और मेरे बॉयफ्रेंड ने भी कुछ दिन पहले आपको मेरे घर पर देखा था, फिर वह आपकी गांड की तारीफ करने लगा, वह भी आपको चोदना चाहता है, मैंने उसे ये सारी बातें बताईं, अब वो भी मैं तैयार हूँ</p>
<p>कल सुबह 11 बजे वो काम के बहाने आएगी तुम समय पर आना मैं उस रात सो नहीं पाया और अगले दिन अपने घर चला गया वो मेरा इंतज़ार कर रही थी मैं घर गया तो मेरी आशिका की माँ अंदर बैठी थी</p>
<p>शयन कक्ष में उसे देख मेरे मन में सम्मान का जन्म हुआ, लेकिन आशिका के विश्वासघात ने उसे क्रोध में बदल दिया। हम फिर से फ्रेश हुए और बातें करने लगे, मैंने कहा कि मैं तुम्हारे बारे में सब कुछ जानता हूँ</p>
<p>फिर मेरी आशिका की माँ ने शरमा कर अपनी आँखें नीची कर लीं, मेरी आशिका की मौसी मेरी गोद में बैठी थी, मेरी आशिका की माँ सामने कुर्सी पर बहुत शरमा रही थी</p>
<p>तब आंटी बोली मेरे कान में जो दबाना शुरू करो मुझे चूमो वह हमें देख रही है फिर वह भी तैयार हो जाएगी और मैंने वैसा ही किया मेरी पूर्व सास शर्माते हुए यह सब देख रही थी</p>
<p>मैंने आंटी के कपड़े उतार दिए और उनके स्तन चूसने लगा और एक हाथ से उनकी गांड को सहलाने लगा, फिर दूसरे हाथ से उसकी चूत कुर्सी पर बैठी उसकी चोरी भरी निगाहों से देख रही थी।</p>
<p>लेकिन वह अभी भी बैठी थी। फिर मैंने अपने लंड को अपनी चड्डी से बाहर निकाला और आंटी उसे सहलाने लगीं. मेरी पूर्व सास ने मेरे लंड को देखा और देखती ही रह गयी. इधर वो शरमा गई</p>
<p>फिर उसका हाथ पकड़ कर मेरे पास ले आई, वो भी आँखें नीची करके मेरे पास खड़ी हो गई, मुझे कुछ अजीब सा लगा, लेकिन आंटी ने मेरी हवस बढ़ा दी, वो मेरा लंड चूसने लगी, फिर मैं चूसने लगा मेरी पूर्व सास।</p>
<p>एक हाथ थाम कर वो डर के मारे अपना हाथ छुड़ाने लगी, फिर मैंने अपना हाथ उसकी साड़ी पर, उसकी गांड पर फिराया, फिर उसने मेरी आँखों में देखा, उनमें मुझे प्यास बहुत दिखी, एक बात पता थी जो उसने की पैंटी मत पहनो।</p>
<p>जब वह घर पर होती है, तो वह केवल अपनी अवधि के दौरान ही पहनती है। फिर मैंने उसे अपने पास खींच लिया और उसकी साड़ी को ऊपर कर लिया और अपना हाथ सीधे उसकी चूत पर ले गया।</p>
<p>मैंने जैसे ही उनकी चूत के बालों को छुआ वो उठ कर खड़ी हो गयीं फिर मैंने भी आंटी को अपने लंड से हटाया और सीधा वहाँ चला गया जहाँ वो थी. और उसे पीछे से पकड़ा</p>
<p>और दोनों बूब्स दबाए और साड़ी के ऊपर से मेरे लंड को उसकी गांड में दबा दिया फिर उसे बिस्तर पर लिटा दिया और मैं उसके ऊपर चढ़ गया वो अपना मुँह इधर उधर घुमा रही थी</p>
<p>लेकिन मैंने फिर भी अपना मुँह उसके मुँह में डाल दिया मैंने उसे चूमा मेरे मुँह और उसके स्तन दबाए, वह भी शांत हो गई, तब तक आंटी ने अपनी साड़ी उतार कर उसे नंगा कर दिया था। उसे नंगी देखकर मेरी यादें ताजा हो गईं।</p>
<p>मैं जितना सोचता था, वह उससे कहीं अधिक सेक्सी थी। उसकी गांड और चूत को चाटा, उसके बूब्स दबाए और क्या कहूँ, मैंने जैसे ही अपना लंड उसके मुँह में डाला, उसने मेरे लंड को इस कदर चूसा कि सारा पानी पी गई.</p>
<p>चाची भी पागल हो गई यह देखने के बाद मैंने उसे 3 बजे तक 4 बार से बाहर कर दिया, मैंने उसकी गांड भी मारा 2 बार चाची ने मुझे उसे अकेले चोदने दिया और वह यह सब नग्न देख रही थी</p>
<p>मैंने कहा कि तुम भी आओगे तो उसने कहा कि मैं करूँगा मैं करूँगा रात में तुम्हारे साथ अब तुम अपनी इच्छा पूरी करो फिर वह नहाने चली गई फिर मैंने कहा कि आंटी को धन्यवाद वह अपने घर चली गई</p>
<p>और फिर रात में मैंने आंटी को भी चोदा एक दिन मेरी पूर्व सास मुझे स्टेशन पर मिली मैंने उससे कहा कि जब आपको लगता है कि हम किसी होटल में मिलेंगे लेकिन आंटी को मत बताना कि हम मिले</p>
<p>और मैंने उन्हें अपना मोबाइल नंबर दिया जो मेरी पूर्व आशिका को भी नहीं पता था। जब वह घर पर होती है, तो मैं उसे फोन नहीं करता ताकि मेरी आशिका को अपनी माँ की बात सुनकर शक न हो।</p>
<p>अब जब मुझे मौका मिलता है तो मैं अपनी पूर्व सास को बाहर ले जाकर चोदता हूँ और अपनी मौसी के घर चला जाता हूँ। मैं आज तक चोदता हूँ मेरी पूर्व सास को नहीं पता कि मैं कौन हूँ</p>
<p>मैंने उसे अपना नाम कुछ अलग बताया है जो मैं आपको बता भी नहीं सकता और वह सिर्फ एक रहस्य है और मेरी परिपक्व आशिका चाची जानती हैं कि मैं कौन हूँ मेरा नाम क्या है</p>
<p>और अगर मेरी गर्लफ्रेंड कभी इस कहानी को पढ़ेगी तो उसे भी पता चल जाएगा कि मैं वही हूँ जिसने उसकी माँ को चोदने और धर्म के लिए धोखा दिया था और अब उसकी माँ मेरी नई आशिका है। तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी। मुझे आपकी प्रतिक्रिया का इंतज़ार रहेगा.</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3375" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3375" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%85%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%bf-%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%95/">अकेले रहरहि गर्लफ्रेंड की माँ को घर जाकर चोदा</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<title>रक्षाबंधन पे मिला भाई का लंड गिफ्ट में</title>
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<dc:creator><![CDATA[Aditya]]></dc:creator>
<pubDate>Tue, 29 Apr 2025 06:10:52 +0000</pubDate>
<category><![CDATA[बेटी (Daughter)]]></category>
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<description><![CDATA[<p>हेलो दोस्तों मैं आपका प्यारा रवि. आप सभी के कमैंट्स और मेल के लिए थैंक्स. आप सभी ने मेरी पिछली कहानी में अच्छा इंटरेस्ट दिखाया.</p>
<p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b2/">रक्षाबंधन पे मिला भाई का लंड गिफ्ट में</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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<content:encoded><![CDATA[
<p>हेलो दोस्तों मैं आपका प्यारा रवि. आप सभी के कमैंट्स और मेल के लिए थैंक्स. आप सभी ने मेरी पिछली कहानी में अच्छा इंटरेस्ट दिखाया. आज मैं एक नयी कहानी लाया हूँ ये मेरे एक फ्रेंड राज और उसकी बहन शिखा की है. अब कहानी स्टार्ट करते है-</p>
<p>राज की फॅमिली में 4 लोग है। उसकी मम्मी, पापा, राज (उम्र 20 साल) और शिखा उसकी बहन (उम्र 23). उनके घर में सभी फ्रेंड्स जैसे रहते है. राज और शिखा दी भी अच्छे फ्रेंड्स है.बात एक साल पहले की है. अगस्त का मंथ था. राज और शिखा दी दोनों की अच्छी बनती थी. दोनों को एक-दुसरे से बहुत प्यार था केयर भी करते थे एक दुसरे की और सीक्रेट भी शेयर करते थे. एक दिन की बात है राज ऐसे ही बैठा था. तभी वो अपनी दी की फ़ोन की हिस्ट्री चेक करता है. तो उसको उसमे बहुत सारे पोर्न वीडियोस मिलते है. तभी उसको अपनी बहन के बारे में पता चलता है की वो भी सेक्स के बारे में सोचती थी. ये देख कर राज के मन में बहुत कुछ आने लगा.</p>
<p>अब उसको जब भी मौका मिलता वो अपनी दी का फ़ोन चेक करने लग गया. उसको हर बार हिस्ट्री में पोर्न वीडियोस मिलते थे. ऐसे ही थोड़े दिन निकल गए. एक दिन वो अपनी दी के रूम के बाहर होता है. तब वो डोर के की-होल से अंदर देखने का ट्राई करता है. वो अंदर देख कर हैरान हो जाता है. उसकी दीदी बेड पे कपडे उतार कर चूत में ऊँगली कर रही थी और फ़ोन में पोर्न देख रही थी. उनको ऐसी हालत में देख कर राज का लंड खड़ा होने लग जाता है. थोड़ी देर देखने के बाद वो वहाँ से चला जाता है. उसके मन में बहुत अलग से ख़याल आने लगते है. उस दिन से वो अपनी बहन को एक अलग नज़र से देखने लगाता है. एक दिन राज अपनी दी से बोलता है-</p>
<p>राज: दी क्या कर रही हो?</p>
<p>शिखा दी: कुछ नहीं. राज: क्या बात है आज-कल बात नहीं करती मुझसे न ही टाइम देती हो? कोई बॉयफ्रेंड बन गया क्या? शिखा दी: नहीं यार पढ़ाई के चक्कर में टाइम नहीं मिलता और मेरी ऐसी किस्मत कहा की बॉयफ्रेंड बनाउ. ऐसा कुछ भी होगा तो सबसे पहले तुझे ही बताउंगी.</p>
<p>राज (मन में): हां दी जानता हूं नहीं है कोई बॉयफ्रेंड. तभी तो ऐसे चूत में फिंगरिंग करती हो.</p>
<p>फिर राज शिखा दी को हग करता है. लेकिन आज हग थोड़ा अलग था और ज़्यादा ही टाइट था. शिखा दी को भी फील होता है. फिर वो बोलती है-</p>
<p>शिखा दी: क्या बात है राज आज दी पे ज़्यादा ही प्यार आ रहा है. कुछ चाहिए क्या?</p>
<p>राज: अरे नहीं दी आप मुझसे कुछ नहीं छुपाती सब कुछ शेयर करती हो. ये मुझे बहुत अच्छा लगाता है. आपको कुछ भी चाहिए हो न तो मुझसे बोल देना. मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हु.</p>
<p>शिखा दी: ठीक है बता दूँगी मैं.</p>
<p>फिर 2-3 दिन बाद शिखा दी रूम लॉक करके फिंगरिंग कर रही होती है. तभी राज भी उनको ही कीहोल में से देखता है और ध्यान से सुनता है. तब उसे दी की आवाज़ आती है-</p>
<p>शिखा दी (पोर्न देख के फिंगरिंग करती हुए – मैं न अब ये फिंगरिंग करते हुए थक गयी हूँ मुझे भी अब लंड लेना है. मैंने बहुत ट्राई किया की कोई अच्छा बॉयफ्रेंड मिल जाये. लेकिन कोई मिल ही नहीं रहा. और इसलिए अब न मैं बॉयफ्रेंड नहीं ढूंढूंगी. अब मैं सिर्फ लंड ढूंढूंगी. अब मुझे कैसे भी करके किसी का भी लंड चाहिए.</p>
<p>राज (डोर के बाहर से): ये दीदी क्या बोल रही है? वो सेक्स के लिए किसी का भी लंड ले लेगी. अगर किसी गलत से कर लिया तो वो तो इनको ब्लैकमेल भी कर सकता है. और परेशां भी करेगा.</p>
<p>फिर राज वहाँ से चला जाता है अब राज के मन में यही सब चल रहा होता है की दी कितनी हॉट है और उनको देखने का मन कर रहा था. दूसरी तरफ दी की चिंता भी होती है की कही दी सेक्स के लिए कोई गलत कदम या इंसान न चूस कर ले. बहुत देर सोचने के बाद राज डेसाइड करता है की वो दी को बहुत प्यार करता था. उनकी केयर भी करता था. उनके साथ कुछ गलत नहीं होने देना चाहता था और उनके लिए कुछ भी कर सकता था.</p>
<p>राज (मन में): जब मैं दी के लिए सब कर सकता हूं तो दी की लंड की ज़रुरत भी पूरी कर सकता हु. तब वो फाइनली दी के साथ सेक्स करने का मन बना लेता है. फिर वो दी के फ़ोन में भाई-बहिन की सेक्स वीडियोस और स्टोरीज की नोटिफिकेशन ऑन कर देता है. फिर अगले दिन देखता है तब उसको पता चलता है की दी ने उन सभी साइट्स पे जा कर स्टोरीज और वीडियोस देखि थी. थोड़ी देर बाद दी उसके पास आती है और बोलती है</p>
<p>शिखा दी: राज 2 दिन के बाद रक्षाबंधन है. इस बार मुझे क्या गिफ्ट दोगे? मुझे बहुत अच्छा गिफ्ट चाहिए.</p>
<p>राज: दी इस बार मैं आपको बहुत अच्छा गिफ्ट दूंगा जो किसी ने कभी नहीं दिया होगा. इसको देख कर आप बहुत खुश हो जाओगे.</p>
<p>शिखा दी: अच्छा ऐसा क्या देगा तू मुझे जो किसी ने नहीं दिया होगा?</p>
<p>राज: दी वो तो सरप्राइज है और मैं ये गिफ्ट आपको अकेले में दूंगा जब मम्मी पापा बुआ के यहाँ जायेंगे तब.</p>
<p>शिखा दी: ठीक है.</p>
<p>फिर ऐसे ही 2 दिन तक राज दी को फिंगरिंग करते देखता है और देख कर मुठ मारता है. साथ में दी की हिस्ट्री भी चेक करता है. फिर आता है दिन रक्षाबंधन का और दोनों राखी बांधते है. फिर मम्मी पापा भी बुआ के यहाँ पे चले जाते है. तब दी राज से बोलती है-</p>
<p>शिखा दी: राज अब तो मम्मी पापा भी गए. अब तो मेरा गिफ्ट दे दो.</p>
<p>राज: दी ठीक है आप रूम से बाहर जाओ. मैं गिफ्ट रेडी करके बुलाता हु.</p>
<p>फिर राज एक बॉक्स लेता है जो उसने पहले से रेडी रखा था. वो बॉक्स नीचे से ओपन था. फिर वो अपना लंड बाहर निकालता है और उसके ऊपर बॉक्स रख लेता है. उसके बाद वो दी को आवाज़ देके बुलाता है-</p>
<p>शिखा दी: राज अब बताओ कहा है मेरा गिफ्ट. मुझे पसंद आना चाहिए वरना तू गया.</p>
<p>राज: हां दी आपको गिफ्ट ज़रूर पसंद आएगा. लेकिन उसके लिए आपको अपनी आँखें बंद करके बॉक्स के अंदर हाथ डालना होगा.</p>
<p>फिर शिखा दी आँखें बंद करके बॉक्स के अंदर हाथ डालती है.</p>
<p>शिखा दी: क्या है ये सॉफ्ट-सॉफ्ट लग रहा है?</p>
<p>फिर दी ने और अंदर हाथ डाला. जैसे ही लगा वो लंड है उन्होंने हाथ हटा कर देखा की क्या है. लंड देख कर वो बोलती है-</p>
<p>शिखा दी: राज ये क्या है? गिफ्ट की जगह ये क्या है?</p>
<p>राज: ये ही तो है आपका गिफ्ट जिसकी आपको ज़रुरत थी और चाहिए था. मैंने देखा है आपको फिंगरिंग करते हुए. ये बोलते हुए भी देखा है की अब आप किसी का भी लंड लेने को रेडी है. और बाहर लंड लेने में रिस्क है इसलिए आप अपने प्यारे भाई का लंड ले लो.</p>
<p>ये सब बोलते टाइम राज बॉक्स को हटा कर दीदी को अच्छे से लंड दिखाता है और साथ में उनका हाथ भी लंड पे रख देता है. दीदी लंड पे से हाथ हटाने की कोशिश करती है लेकिन कुछ नहीं कर पाती.</p>
<p>शिखा दी: ये क्या बोल रहा है तू राज? तू मुझे फिंगरिंग करते हुए देखता था? हां मैंने ऐसा बोला भी था की मुझे लंड चाहिए. लेकिन तू मेरा भाई है. ऐसा नहीं कर सकती मैं.</p>
<p>राज: दी लंड तो लंड होता है चाहे किसी का भी हो. वैसे भी मैं ये भी जानता हूं आप कुछ दिनों से भाई बहन की सेक्स वीडियोस और स्टोरीज पढ़ रहे हो. उनमे भी आपने देखा की ये कुछ गलत नहीं है तो हम क्यों नहीं कर सकते?</p>
<p>राज: अगर आप बाहर किसी का लंड लोगी तो रिस्क है. वो कैसा हो आपको ब्लैकमेल करे आपको परेशां करे और बदनामी का भी डर रहता है.</p>
<p>इतना बोल कर राज दी को किश करने लग जाता है. लेकिन 2 मिनट बाद दी भी गरम हो जाती है और वो अब छूटने की कोशिश बंद कर देती है. राज ने भी दीदी का हाथ छोड़ दिया था और दी ने अभी भी लंड पकडे रखा था. फिर राज बोलता है-</p>
<p>राज: प्लीज दीदी मान जाओ न. देखो आपकी और मेरी दोनों की ज़रुरत पूरी हो जाएगी और किसी को को पता भी नहीं चलेगा.</p>
<p>शिखा दी: ठीक है लेकिन किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए. ये सिर्फ तेरा और मेरा सीक्रेट होगा.</p>
<p>इतना बोल कर शिखा दी राज को किश करने लग जाती है और राज के लंड को हिलाने भी लग जाती है. राज भी अब शिखा दी को किश करता है और उनके बूब्स दबाने लगाता है और साथ में उनके कपडे निकालने लगाता है. कुछ ही सेकण्ड्स में दोनों भाई-बहन पूरे नंगे हो जाते है.</p>
<p>शिखा दी: राज मुझे ये लंड बहुत टाइम से चाहिए था. आज ये मेरे हाथ में आया है इसको मैं कभी नहीं छोड़ूंगी.</p>
<p>राज: हां दी कभी मत छोड़ना. ये भी आपसे दूर नहीं होना चाहता.</p>
<p>फिर शिखा दी राज के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगती है. राज भी दी का मुँह पकड़ के लंड घुसाने लगाता है. फिर 2 मिनट बाद दोनों 69 की पोजीशन में आ जाते है. फिर शिखा दी बोलती है-</p>
<p>शिखा दी: राज अब और मत तड़पाओ डाल दो इस लंड को मेरी चूत में.</p>
<p>उसके बाद राज दी की चूत में अपना लंड सेट करके डालता है. लंड थोड़ा ही अंदर जाता है और दी की चीख निकल जाती है.</p>
<p>शिखा दी: राज बहुत दुःख रहा है. फर्स्ट टाइम है न थोड़ा आराम से करो.</p>
<p>फिर राज थोड़ी देर रुक जाता है और दी को किश करता है और बूब्स दबाता है. फिर वो दी के बूब्स चूसने लगाता है. दी थोड़ा नार्मल होती है. तब वो फिरसे लंड झटका दे कर अंदर डालता है और पूरा लंड अंदर घुसा देता है. फिर धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगाता है. शिखा दी को पहले थोड़ा दर्द होता है. लेकिन थोड़ी देर में मज़ा आने लगाता है.</p>
<p>शिखा दी: राज आअह्ह्ह बहुत मज़ा आए रहा है आअह्ह्ह और तेज़ करो. आज इस चूत को पूरा मज़ा दो. चोद दो इसको पूरी तरह से आआह्ह.</p>
<p>राज भी दी के मोअन सुन कर जोश में आ जाता है. फिर वो शिखा दी के बूब्स पकड़ के और ज़ोर से चोदने लगाता है. पूरे रूम में उनकी चुदाई और मॉनिंग की आवाज़ गूंजती है. फिर 10 मिनट की चुदाई के बाद दोनों का पानी आ जाता है. दोनों 69 की पोजीशन में आके एक-दुसरे का पानी साफ़ कर देते है. थोड़ी देर वो रेस्ट करते है और ऐसे ही नंगे ही एक-दुसरे से चिपक कर सो जाते है. फिर राज शिखा दी से पूछता है:</p>
<p>राज : तो दी कैसा लगा रक्षाबंधन का गिफ्ट?</p>
<p>दी बोलती है: बहुत अच्छा. अब मुझे ये गिफ्ट हर रोज़ चाहिए.</p>
<p>राज भी बोलता है: हां दी ये अब आपका ही है जब भी चाहो ये गिफ्ट ले सकती हो.</p>
<p>अब उन दोनों का रिश्ता बदल गया था. मम्मी-पापा के आने से पहले उन दोनों ने 2 बार और चुदाई की. और अब जब भी मन होता है उनका दोनों मिल कर चुदाई करते है. आप सभी का ये कहानी पढ़ने के लिए थैंक यू. कहानी पसंद आई हो तो कमेंट ज़रूर करें।</p>
<div class="pvc_clear"></div><p id="pvc_stats_3372" class="pvc_stats total_only " data-element-id="3372" style=""><i class="pvc-stats-icon medium" aria-hidden="true"><svg aria-hidden="true" focusable="false" data-prefix="far" data-icon="chart-bar" role="img" xmlns="http://www.w3.org/2000/svg" viewBox="0 0 512 512" class="svg-inline--fa fa-chart-bar fa-w-16 fa-2x"><path fill="currentColor" d="M396.8 352h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V108.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v230.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm-192 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V140.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v198.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zm96 0h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8V204.8c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v134.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8zM496 400H48V80c0-8.84-7.16-16-16-16H16C7.16 64 0 71.16 0 80v336c0 17.67 14.33 32 32 32h464c8.84 0 16-7.16 16-16v-16c0-8.84-7.16-16-16-16zm-387.2-48h22.4c6.4 0 12.8-6.4 12.8-12.8v-70.4c0-6.4-6.4-12.8-12.8-12.8h-22.4c-6.4 0-12.8 6.4-12.8 12.8v70.4c0 6.4 6.4 12.8 12.8 12.8z" class=""></path></svg></i> <img loading="lazy" decoding="async" width="16" height="16" alt="Loading" src="https://www.69kar.com/wp-content/plugins/page-views-count/ajax-loader-2x.gif" border=0 /></p><div class="pvc_clear"></div><p>The post <a href="https://www.69kar.com/%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b2/">रक्षाबंधन पे मिला भाई का लंड गिफ्ट में</a> appeared first on <a href="https://www.69kar.com">Hindi Sex Stories | हिंदी सेक्सी कहानियां</a>.</p>
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